'Bond 25' की शूटिंग शुरू होने से पहले बड़ा झटका, इस मशहूर डायरेक्टर ने छोड़ी फ़िल्म
जेम्स बांड दुनिया की सबसे लंबी चलने वाली फ्रेंचाइजी है, जिसकी शुरुआत 1962 में डॉ. नो के साथ हुई थी। लीजेंडरी एक्टर शॉन कॉनरी को पहला 007 एजेंट बनने का मौक़ा मिला था।
मुंबई। जेम्स बांड सीरीज़ की फ़िल्मों का इंतज़ार पूरी दुनिया के सिनेप्रेमियों को रहता है। सीरीज़ की अगली फ़िल्म बांड 25 अगले साल रिलीज़ होने वाली है, जिसमें डैनियल क्रेग 007 एजेंट के किरदार में नज़र आने वाले हैं, मगर शूटिंग शुरू होने से पहले ही बांड 25 को एक झटका लगा है। फ़िल्म के निर्देशक डैनी बॉयल की छुट्टी हो गयी है।
इसी साल मई में सोशल मीडिया के ज़रिए एलान किया गया था कि डैनी बॉयल बांड 25 को डायरेक्ट करेंगे। मगर, ताज़ा डेवलपमेंट के अनुसार डैनी बॉयल इस प्रोजेक्ट से हट गये हैं। इसके पीछे क्रिएटिव डिफ़रेंसेज़ को वजह बताया गया है। फ़िल्म के निर्माता माइकल जी विल्सन, बारबरा ब्रोकोली और डैनियल क्रेग ने संयुक्त स्टेटमेंट जारी करके कहा है कि क्रिएटिव मतांतर होने की वजह से डैनी बॉयल इस बांड 25 का निर्देशन नहीं कर रहे हैं।
हालांकि डैनी की जगह कौन लेगा, इसका खुलासा अभी नहीं किया गया है। बांड 25 की शूटिंग 3 दिसम्बर 2018 से शुरू होनी है और अगले साल नवम्बर में फ़िल्म रिलीज़ होने वाली है।फ़िल्म का स्क्रीनप्ले जॉन हॉज ने लिखा है।
सबसे महंगे बांड डैनियल क्रेग
इस फ़िल्म के ज़रिए क्रेग 5वीं बार 007 के किरदार में पर्दे पर आएंगे। ख़बरें यह भी आयी थीं कि जेम्स बांड बने डैनियल क्रेग ने 50 मिलियन पाउंड यानि लगभग 450 करोड़ रुपए की भारी-भरकम फीस ली है। इसके साथ उन्हें फ़िल्म में एक्ज़ीक्यूटिव प्रोड्यूसर का क्रेडिट भी दिया जा रहा है।
क्रेग को पिछली बांड फ़िल्म 'स्पेक्ट्रे' के लिए 37 मिलियन पाउंड यानि लगभग 333 करोड़ रुपए अदा किये गये थे। इस फीस के साथ डैनियल क्रेग दुनिया के सबसे महंगे एक्टर बन गये हैं। अगर डैनियल से पहले के 007 एजेंटों की बात करें तो इनमें सबसे लोकप्रिय पियर्स ब्रोसनन रहे हैं, जिन्हें 4 बांड फ़िल्में की हैं और 13 मिलियन पाउंड (लगभग 117 करोड़ रुपए) फीस दी गयी।
पिछले साल गुज़र चुके एक अन्य लोकप्रिय जेम्स बांड रोजर मूर ने 7 फ़िल्मों में ये ज़बर्दस्त किरदार निभाया है, जिसके लिए उन्हें 17 मिलियन पाउंड यानि लगभग 154 करोड़ फीस दी गयी। टिमोथी डॉल्टन को दो बांड फ़िल्मों (द लिविंग डेलाइट्स और लाइसेंस टू किल) के लिए 4 मिलियन पाउंड (लगभग 36 करोड़ रुपए) और जॉर्ज लेज़नबी को 'ऑन हर मेजेस्टीज़ सीक्रेट सर्विस' के लिए 72 हज़ार पाउंड (लगभग 64 लाख रुपए) फीस दी गयी थी।
1962 में शुरु हुई थी जेम्स बांड सीरीज़
1953 में ब्रिटिश उपन्यासकार इयान फ्लेमिंग ने जेम्स बांड को गढ़ा और रचा था। जेम्स बांड हरफनमौला, तेज़-तर्रार और हैंडसम एजेंट है, जो एमआई 6 के लिए काम करता है और 007 कोडनेम से जाना जाता है। अंतर्राष्ट्रीय मिशनों में बांड को महारत हासिल है। बांड राजनीतिक और आतंकी साजिशों का भंडाफोड़ करता है, जिसके लिए उसे पूरी छूट है। जेम्स बांड फ़िल्में कार, गैजेट्स और गर्ल्स के लिए भी जानी जाती हैं। ज़बर्दस्त एक्शन और हैरतअंगेज़ कारनामे बांड की पहचान हैं। नीचे तस्वीर में आप इसके रचयिता इयान फ्लेमिंग को देख सकते हैं।
जेम्स बांड दुनिया की सबसे लंबी चलने वाली फ्रेंचाइजी है, जिसकी शुरुआत 1962 में 'डॉ. नो' के साथ हुई थी। लीजेंडरी एक्टर शॉन कॉनरी को पहला 007 एजेंट बनने का मौक़ा मिला था। 2015 में आयी 'स्पेक्ट्रे' इस सीरीज़ की आख़िरी फ़िल्म है, जिसमें डैनियल क्रेग 007 एजेंट के किरदार में नज़र आये थे। बॉक्स ऑफ़िस पर कामयाब रही सीरीज़ बांड सीरीज़ की फ़िल्में दुनियाभर में लगभग 7 बिलियन डॉलर का कारोबार कर चुकी हैं, जो लगभग 47500 करोड़ रुपए के बराबर है। शॉन कॉनरी और सर रोजर मूर 7-7 बार जेम्स बांड बनकर पर्दे पर आये हैं। रोजर मूर स्टारर 'ऑक्टोपुसी' की शूटिंग भारत में हुई थी और इसमें कबीर बेदी नेगेटिव रोल में नज़र आये थे।