Coronavirus Lockdown: संजय दत्त ने लॉकडाउन को अपनी जेल लाइफ से किया कंपेयर, बताया ये किस तरह है अलग?
Coronavirus Lockdown कोरोना वायरस को लेकर हुए लॉकडाउन के बाद संजय दत्त इस लाइफ को अपनी जेल लाइफ से कंपेयर कर रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। कोरोना वायरस की वजह से हुए लॉकडाउन के बाद से फिल्मी हस्तियां भी घरों में कैद हैं। इस दौरान कई सेलेब्स काफी बोर हो रहे हैं और अलग अलग तरीकों से अपना टाइम पास कर रहे हैं। हालांकि, एक्टर संजय दत्त का इस लॉकडाउन को लेकर अलग नजरिया है और उनका कहना है कि वो पहले भी ऐसा लॉकडाउन झेल चुके हैं, जो काफी ज्यादा लंबा भी था और इनके लिए अलग नहीं है।
'पहले भी देखा है लॉकडाउन'
दरअसल, अपने जीवन में काफी उतार-चढ़ाव देखने वाले संजय दत्त को साल 1993 बम धमाके के मामले में दोषी पाया गया था और 5 साल की सजा हुई थी। संजय दत्त ने 5 साल की सजा पूरी भी की और वो इस लॉकडाउन वाली लाइफ से उस जेल वाली लाइफ से कंपेयर करते रहते हैं। अपनी जेल वाली लाइफ से तुलना करते हुए संजय दत्त कहते हैं कि उन्होंने पहले भी लाइफ का काफी वक्त लॉकडाउन में गुजारा है।
'ऐसे अलग है ये लॉकडाउन'
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में संजय दत्त ने कहा, 'अपने गुजरे वक्त में, मैंने लाइफ का काफी वक्त लॉकडाउन में गुजारा है। उस वक्त और आज के वक्त में एक चीज मेरे साथ अभी भी है कि मैं अपने परिवार को मिस कर रहा हूं। मेरे लिए वो सबकुछ हैं। टेक्नोलॉजी का शुक्रिया, मैं दिन में कई बार उन्हें देख सकता हूं और उनसे बात कर सकता हूं, लेकिन अभी भी उन्हें मैं काफी मिस कर रहा हैं। ये वक्त आपको जीवन की नाजुकता और अपने प्रियजनों के साथ बिताए पलों के मूल्य के बारे में सिखाता है।' हालांकि संजय दत्त के कमेंट से लगता है कि वो अभी फैमिली के साथ नहीं हैं।
बता दें कि संजय दत्त जनता कर्फ्यू के दौरान अपने घर पर थालीली बजाते हुए भी नज़र आए थे और कई बार उन्होंनें कोरोना वायरस के लिए जागरूक करते हुए कई वीडियो भी शेयर किए हैं। साथ ही संजय दत्त ने उन 1000 परिवारों के लिए खाने की व्यवस्था भी की है, जो दिहाड़ी मजदूर हैं और लॉकडाउन की वजह से उनके जीवन पर काफी असर पड़ा है।