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मद्रास कैफे के लिए रामबाण बने विवाद

नई दिल्ली। फिल्म 'मद्रास कैफे' 23 अगस्त मतलब कल बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होगी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट होगी या नहीं पर फिल्म का प्रमोशन सुपरहिट है। किसी भी फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर जाना फिल्म के प्रमोशन के लिए रामबाण की तरह साबित होता है। फिल्म 'मद्रास कैफे' के साथ भी कुछ ऐसा

By Edited By: Published: Thu, 22 Aug 2013 02:53 PM (IST)Updated: Thu, 22 Aug 2013 03:27 PM (IST)
मद्रास कैफे के लिए रामबाण बने विवाद

नई दिल्ली। फिल्म 'मद्रास कैफे' 23 अगस्त मतलब कल बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होगी। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट होगी या नहीं पर फिल्म का प्रमोशन सुपरहिट है। किसी भी फिल्म के बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होने से पहले ही विवादों में घिर जाना फिल्म के प्रमोशन के लिए रामबाण की तरह साबित होता है। फिल्म 'मद्रास कैफे' के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है।

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मद्रास कैफे में जॉन का अजीबो-गरीब लुक देखिए

अब इसे फिल्म के निर्माता और अभिनेता दोनों ही किरदार निभाने वाले जॉन अब्राहम मानें या नहीं लेकिन हाल ही में जॉन अब्राहम ने मीडिया को दिए गए इंटरव्यू में कहा कि 'उन्होंने अपनी फिल्म 'मद्रास कैफे' के प्रचार के लिए विवादों का सहारा नहीं लिया और ना ही उनका ऐसा कोई इरादा था। उनकी फिल्म 'मद्रास कैफे' के साथ जो भी विवाद हुए, उन सभी विवादों से वो बहुत दुखी हैं।

मद्रास कैफे का ट्रेलर देखें

वैसे जॉन अब्राहम के साथ-साथ फिल्म 'मद्रास कैफे' के निर्देशक शुजीत सिरकर का कहना है कि 'फिल्म की कहानी 80 के दशक के उत्तरार्ध और 90 के दशक के शुरुआती वर्षो के बीच भारत और श्रीलंका के संबंधों की पृष्ठभूमि पर आधारित है। अब हम आपको फिल्म 'मद्रास कैफे' से जुड़े वो सभी विवाद बताएंगे, जिन्होंने फिल्म के प्रमोशन के लिए रामबाण का कार्य किया है।

मद्रास कैफे का ट्रेलर रिलीज होते ही फिल्म विवादों से घिर गई थी। फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद तमिल संगठनों ने बड़ी मात्रा में फिल्म का विरोध किया, जिसके पीछे का कारण उन्होंने मद्रास कैफे में लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन और लिट्टे को आतंकी संगठन के रूप में पेश करना बताया था। तमिल संगठनों ने यहां तक कह दिया था कि यदि फिल्म मद्रास कैफे सिनेमाघरों में रिलीज की गई तो समाज में दंगे भड़क जाएंगे।

फिल्म 'मद्रास कैफे' में कुछ सीन को देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या से मिलत-जुलते सीन के रूप में दिखाए जाने की खबर ने फिल्म के प्रमोशन में कोई कमी नहीं छोड़ी।

एमडीएमके नेता वाइको, सीमन, वी तमिल पार्टी के संस्थापक और अन्य तमिल समर्थक संगठनों ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाने की मांग की जिस कारण फिल्म 'मद्रास कैफे' के ट्रेलर के रिलीज होते ही फिल्म चर्चा का हिस्सा बन गई। 'मद्रास कैफे' में वास्तव में दिखाया क्या गया है इस बात का सभी मशहूर फिल्म समीक्षक अंदाजा ही लगा रहे हैं। 'मद्रास कैफे' में जॉन अब्राहम और नरगिस फाखरी ने मुख्य भूमिका निभाई है। जान अब्राहम इस फिल्म में खुफिया एजेंट और वहीं दूसरी तरफ नरगिस फाखरी टीवी पत्रकार के किरदार में नजर आएंगी। यह फिल्म हिंदी के अलावा तमिल भाषा में भी रिलीज होगी।

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