Move to Jagran APP

Exclusive: पास्ता से टूटा वास्ता, तब चंकी पांडे को मिला कबीर बनने का रास्ता

चंकी कहते हैं कि चंकी पांडे इतने सालों के बाद भी आॅडिशन देता है। इस फिल्म के लिए विशेष फिल्म्स ने कई लोगों का टेस्ट लिया था, तो मुझे लगा था कि मेरा सिलेक्शन नहीं होगा।

By मनोज वशिष्ठEdited By: Published: Sat, 18 Mar 2017 12:33 PM (IST)Updated: Sat, 18 Mar 2017 01:03 PM (IST)
Exclusive: पास्ता से टूटा वास्ता, तब चंकी पांडे को मिला कबीर बनने का रास्ता

अनुप्रिया वर्मा, मुंबई। विद्या बालन की फिल्म बेगम जान में चंकी पांडे निगेटिव रोल में हैं। ये ऐसा किरदार है, जो बेगम जान की जान आफ़त में डाल देता है। फ़िल्मों में कॉमेडी करते रहे चंकी के लिए ये रोल निभाना आसान नहीं था।

loksabha election banner

चंकी के किरदार का नाम कबीर है। उनका यह लुक देखकर दर्शक शायद ही यह कल्पना कर पायेंगे कि यह वही चंकी हैं, जो हाउसफुल सीरीज़ में सबको पास्ता खिलाते नज़र आते रहे हैं। चंकी खुश हैं कि अर्से बाद किसी निर्देशक के मन में उन्हें लेकर यह ख्याल आया कि वह भी कोई ऐसा दमदार और हट के किरदार निभा सकते हैं।इस फिल्म में अपने किरदार के बारे में जागरण डॉट कॉम से खास बातचीत के दौरान चंकी ने बताया कि जब उन्हें विशेष फिल्म्स से कॉल आया कि ऐसा कोई किरदार है और उन्हें आॅडिशन देने को बुलाया गया तो उन्हें लगा नहीं था कि यह फिल्म उन्हें मिल जायेगी।

इसे भी पढ़ें- बेगम जान तो बन गईं विद्या बालन, मगर सताता रहा ये डर

चंकी कहते हैं कि चंकी पांडे इतने सालों के बाद भी आॅडिशन देता है। इस फिल्म के लिए विशेष फिल्म्स ने कई लोगों का टेस्ट लिया था, तो मुझे लगा था कि मेरा सिलेक्शन नहीं होगा, लेकिन कहानी सुन ली थी, तो मेरी दिली ख्वाहिश थी कि काश यह फिल्म मुझे मिल जाये। चूंकि जब से मैं इंडस्ट्री में हूं, लोग मुझे कॉमिक किरदारों में ही देख रहे हैं। मैंने काफी एक्सप्लोर नहीं किया है खुद को, ना ही निर्देशकों ने। तो यह मेरे लिए बेहतरीन मौका था।चंकी बताते हैं कि उनकी पत्नी हमेशा उन्हें कहती थीं कि वह बेहतरीन विलेन बन सकते हैं, उनमें वो बात है।लेकिन कभी किसी निर्देशक ने उस तरह से देखा नहीं था।

इसे भी पढ़ें- मैं बच्चा पैदा करने वाली मशीन नहीं हूं, विद्या बालन ने क्यों कहा ऐसा

जब श्रीजीत का कॉल आया, तो मैं बेहद खुश हुआ, लेकिन उन्होंने कहा कि एक शर्त है। शर्त यह थी कि श्रीजीत ने कहा कि मुझे चंकी पांडे को भूलना होगा। उन्होंने मेरे लंबे बाल कटवा के, सच कहूं तो सिर मुंडवाकर, फिर मेरे दांतों को काला करके, अजीब से कपड़े पहनाकर, छोड़ दिया झारखंड के जंगलों में सांप-बिच्छुओं के बीच। तब जाकर चंकी को लगा कि वह वाकई 1947 के दौर में पहुंच गये हैं।

इसे भी पढ़ें- पद्मावती हादसे पर विद्या ने जताया अफ़सोस, कही ये बड़ी बात

चंकी मानते हैं कि उनके करियर की यह अब तक की बेस्ट फिल्मों में से एक होगी। हालांकि उन्होंने तिग्मांशु धूलिया की फिल्म बुलेट राजा में भी ललन का हटके किरदार निभाया था, लेकिन इस फिल्म में कबीर का किरदार देखकर लोग उन्हें नफ़रत करने लगेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि श्रीजीत ने उन्हें 'राजकहिनी' देखने से मना किया, ताकि कबीर उस फिल्म के किरदार की नकल ना करें। चंकी खुद को डायरेक्टर्स एक्टर मानते हैं और उन्हें लगता है कि इस बार दर्शक उन्हें देखकर चौंकेंगे। ट्वीटर पर उन्हें इस फिल्म में अपने लुक के लिए काफी तारीफ़ सुनने को मिल रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.