परमाणु की रिलीज़ से नहीं छटे हैं संकट के बादल, कोर्ट का अल्टीमेटम
अदालत ने स्पष्ट कहा है कि इस मामले से जुड़े सभी पक्ष आपसी सहमति से 10 मई तक मामला सुलझा लें।
मुंबई। बॉलीवुड में रिलीज़ टालने का ‘कीर्तिमान’ बना चुकी और विवादों में फंसी जॉन अब्राहम की फिल्म परमाणु- द स्टोरी ऑफ़ पोखरण को सिनेमाघरों तक आने में अब भी बाधाओं से गुजरना होगा और फिल्म पर छाया संकट अभी टला नहीं है।
जानकारी के मुताबिक बॉम्बे हाईकोर्ट ने इस मामले से जुड़े सभी पक्षों को 10 मई तक आपस में विवाद सुलझा लेने का अल्टीमेटम दिया है। बताया जाता है कि फिल्म की निर्माता कंपनी क्रिअर्ज़ एंटरटेनमेंट पांच करोड़ 65 लाख रूपये का बकाया भुगतान करना था जो नहीं हुआ। जिस कारण मामला अदालत में चला गया। इस पर जॉन ने दो और कंपनियों के साथ इस पैसे को बांटने का फैसला किया और तय किया गया कि फिल्म की रिलीज़ के बाद इसकी बराबर की हिस्सेदारी होगी। अदालत ने इस मामले में त्वरित सुनवाई करते हुए कहा कि फिल्म को 25 मई को रिलीज़ किये जाने में कोई रूकावट नहीं आनी चाहिए। साथ भी क्रिअर्ज़ कंपनी से उनके बैक एकाउंट और संपत्ति के ब्यौरे का एफिडेविट सब्मिट करने को कहा गया है। अदालत ने स्पष्ट कहा है कि इस मामले से जुड़े सभी पक्ष आपसी सहमति से 10 मई तक मामला सुलझा लें। इस बीच जॉन अब्राहम की कंपनी ने कहा है कि वो लागत को बढ़ाना चाहते हैं और उसे आमदनी से रिकवर कर लेंगे।
सूत्रों के मुताबिक हालांकि अभी तक इस मामले में सुलह का कोई ठोस संकेत नहीं मिला है। फिल्म परमाणु- द स्टोरी ऑफ पोखरण भारत की उस ऐतिहासिक घटना पर आधारित है जिसके चलते देश परमाणु शक्ति संपन्न देशों की कतार में मजबूती से आ खड़ा हुआ था। कहानी भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण यानि पोखरण 2 से जुड़ी है। फिल्म को अब तक कई बार रिलीज़ डेट घोषित करने के बाद टाल दिया गया लेकिन उसकी सबसे बड़ी वजह दो निर्माता कंपनियों के बीच विवाद। हाल ही में फिल्म का टीज़र भी रिलीज़ किया गया था। इस फिल्म में जॉन अब्राहम लीड रोल में हैं जबकि उनके साथ डायना पेंटी और बमन ईरानी अहम भूमिका में हैं।
यह भी पढ़ें: Box Office: चीन में बाहुबली का बुरा हाल, भारत में Avengers दमदार