Sanjib Datta passes away: नहीं रहे मशहूर एडिटर संजीब दत्ता, इन फिल्मों में किया था काम
Bollywood Editor Sanjib Datta Passes Away बॉलीवुड के मशहूर फिल्म एडिटर संजीब दत्ता का निधन हो गया है। उन्होंने कई हिंदी और बंगाली फिल्मों में एडिटिंग की थी। (फोटो-Twitter)
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉलीवुड के मशहूर फिल्म एडिटर संजीब कुमार दत्ता का 54 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने रविवार दोपहर को कोलकाता में अंतिम सांस ली। दत्ता काफी वक्त से बीमार थे और उन्हें हार्ट संबंधी कई दिक्कतें थीं और वे कोलकाता के अस्पताल में भर्ती थे। दत्ता को उनकी बेहतरीन क्रिएटिव एडिटिंग के लिए जाना जाता है और उन्होंने ना सिर्फ बंगाली फिल्मों में बल्कि कई बॉलीवुड फिल्मों में भी एडिटिंग की है।
दत्ता के निधन के बाद फिल्म जगत से जुड़े लोग अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उनकी ओर से संपादित की गई फिल्मों में मर्दानी, एक हसीना थी, तुम बिन, इकबाल, आशाएं, डोर, दिल मांगे मोर जैसी कई फिल्में शामिल हैं। उन्होंने एक स्वतंत्र एडिटर के तौर पर हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में भी अपनी विशेष पहचान और जगह बनाई। अगर उनके करियर की बात करें तो उन्होंने 100 से अधिक फिल्मों में एडिटिंग का काम किया था।
one of our finest editor sanjib datta.
bhalo thakis kaka... we will miss you. pic.twitter.com/7c6tmXVKHX— sujoy ghosh (@sujoy_g) September 15, 2019
Shocked to hear about the passing of Sanjib Datta. He was a fine editor whose work was synonymous with the best films of Nagesh Kukunoor. Sanjib & I shared editing credits on Aashayein & Tasveer 8x10, and I will always remember him as a mature craftsman & a thorough gentleman. — Apurva (@Apurvasrani) September 15, 2019
A friend, a senior and such a good editor... Sanjib Datta, wish you'd have taken better care of yourself, brother... 🙏🏻 Om Shanti 🙏🏻 — Jyoti Kapur Das (@jkd18) September 15, 2019
उन्हें फिल्म 'एक हसीना थी' की एडिटिंग के लिए कई पुरस्कार भी मिले थे। उन्होंने साल 1990 में फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (FTII) में एडिटिंग का कोर्स किया और उसके बाद फिल्मी जगत से जुड़ गए। उन्होंने फिल्म निर्देशक नागेश कुकनूर के साथ कई फिल्में की है, जिसमें 3 दीवारें, 8*10 तस्वीर, बॉम्बे टू बैंकॉक आदि शामिल है। उन्हें फिल्म बड़ा दिन के रूप में पहला बड़ा प्रोजेक्ट हाथ लगा था।