बायोपिक बनाने पर बोलीं आशा भोसले, 'हमारा जीवन निजी, एक फिल्म का विषय नहीं बनना चाहूंगी'
Asha Bhosle On Biopic आशा भोसले ने अपनी जिंदगी पर बायोपिक बनने के सवाल पर कहा कि मैं नहीं चाहूंगी कि हम एक फिल्म का विषय बनें।
नई दिल्ली, जेएनएन। संगीतकार लता मंगेशकर और आशा भोसले दोनों बहनें के संगीत जगत की महान हस्तियां हैं। दोनों ने भारतीय संगीत को काफी योगदान दिया है, लेकिन बॉलीवुड में चल रहे बायोपिक के दौर के बीच एक्ट्रेस ने अपनी बायोपिक बनाने से मना कर दिया है। बायोपिक को लेकर मना करते हुए आशा भोसले ने कहा, 'हमारा जीवन निजी और व्यक्तिगत है। जहां तक मेरा सवाल है, मैं नहीं चाहूंगी कि हम एक फिल्म का विषय बनें।'
समाचार एजेंसी आईएएनएस को दिए एक इंटरव्यू में आशा भोसले ने बताया, 'लता दीदी और मैं शायद ही कभी संगीत पर चर्चा करते हैं। हम एक परिवार हैं और हम रोजमर्रा की बहुत सामान्य चीजों की बात करते हैं।' अभी दोनों अलग-अलग अपार्टमेंट में रह रही हैं और दोनों बहनों में से छोटी बहन आशा ने कहा, 'वह (लता दीदी) 90 साल की हैं और अपने जीवन और परिवेश के साथ शांति में हैं।'
लॉकडाउन के दौरान खुद को व्यस्त रखने को लेकर आशा ने कहा, 'मैं अपनी गायकी कर रही हूं। घर पर व्यायाम करना, नए पकवान बनाना, फिल्में देखना और परिवार के साथ समय बिता रही हूं। मैंने अपने नए यूट्यूब चैनल को लॉन्च किया। दूसरे शब्दों में कहूं, तो मैं खुद को बहुत व्यस्त रख रही हूं।' साथ ही आशा भोसले म्यूजिक भी कंपोज भी कर रही हैं। उन्होंने कहा, 'मैंने कई धुनों की रचना की है, लेकिन मैंने गीत नहीं लिखे हैं। इसके बारे में मैं प्रसून जोशी और जावेद अख्तर से कह सकती हूं, ताकि फिर इसे रिकॉर्ड करके अपने यूट्यूब पर शेयर कर सकूं।'
साथ ही उन्होंने बताया, 'मेरा पहला गाना ब्रिटिश भारत में साल 1943 में रिकॉर्ड किया गया था। मैंने भारत का विभाजन देखने के साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध, कई महामारियों और संघर्षों वाला काल देखा है। इसलिए यूट्यूब चैनल के माध्यम से बताने के लिए मेरे पास कई किस्से हैं।'