Ram Setu में अक्षय कुमार के लुक का हंसल मेहता ने उड़ाया मजाक, एक्टर के गमछे पर कही ये बात
अक्षय कुमार इन दिनों अपनी कई फिल्मों को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्हीं में से उनकी एक फिल्म राम सेतु भी है। इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी हैं। मंगलवार को अक्षय कुमार ने अपना इस फिल्म से जुड़ा फर्स्ट लुक रिलीज किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। अक्षय कुमार इन दिनों अपनी कई फिल्मों को लेकर सुर्खियों में हैं। उन्हीं में से उनकी एक फिल्म राम सेतु भी है। इस फिल्म की शूटिंग शुरू हो चुकी हैं। मंगलवार को अक्षय कुमार ने अपना इस फिल्म से जुड़ा फर्स्ट लुक रिलीज किया था। जिसको अभिनेता के फैंस और कई सोशल मीडिया यूजर्स ने पसंद किया। इन सबके बीच बॉलीवुड के मशहूर निर्माता-निर्देशक हंसल मेहता ने फिल्म राम सेतु से जुड़े अक्षय कुमार के लुक का मजाक उड़ाया है।
हंसल मेहता बॉलीवुड के ऐसे सितारों में से एक हैं जो सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। वह कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी राय भी रखते रहते हैं। दरअसल अक्षय कुमार ने मंगलवार को राम सेतु से जुड़ा अपना जो लुक सोशल मीडिया पर साझा किया था उसमें वह लंबे बालों, आंखों पर नजर का चश्मा लगाए नजर आ रहे हैं। वहीं अक्षय कुमार ने गले में ब्लू कलर का गमछा डाला हुआ है।
अपने इस लुक को साझा करते हुए अक्षय कुमार ने अपने ट्वीट में लिखा था, 'मेरे लिए सबसे खास फिल्मों में से एक, आज से इसको बनाने का सफर शुरू हो रहा है। राम सेतु की शूटिंग शुरू! फिल्म में एक पुरातत्वविद् की भूमिका निभा रहा हूं। लुक पर अपने विचार सुनना पसंद करता हूं? यह हमेशा मेरे लिए मायने रखता है।' अक्षय कुमार के इस ट्वीट पर निर्माता-निर्देशक हंसल मेहता ने अपनी प्रतिक्रिया दी।
Gamcha koi tere naam kar diya... https://t.co/HdvzGwmQqP" rel="nofollow— Hansal Mehta (@mehtahansal) March 30, 2021
उन्होंने अक्षय कुमार के गमछा का मजाक उड़ाया है। हंसल मेहता ने अक्षय कुमार के लुक पर कमेंट करते हुए लिखा, 'गमछा कोई तेरे नाम कर दिया'। सोशल मीडिया पर हंसल मेहता का यह ट्वीट तेजी से वायरल हो रहा है। अक्षय कुमार और हंसल मेहता के फैंस उनके ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। बात करें फिल्म राम सेतु की तो फिल्म की कहानी सम्भवत: रामायण काल के राम सेतु की खोज पर आधारित है, जिसके सबूत कुछ साल पहले मिले थे।
भारत और श्रीलंका के बीच समंदर में स्थित राम सेतु को एडम ब्रिज भी कहा जाता है और इसे दोनों देशों के जमीनी संपर्क के सबूत के तौर पर भी देखा जाता है। रामायण कथा के अनुसार, रावण द्वारा सीता के अपहरण के बाद चढ़ाई करने के लिए राम अपनी वानर सेना के साथ समुद्र मार्ग से लंका गये थे, जिसके लिए उन्होंने इस पुल का निर्माण किया था।