Interview: खुश हूं कि बेहतरीन मौके मिल रहे हैं: पल्लवी शारदा
पल्लवी शारदा ने कहा टॉम एंड जैरी से सिर्फ मेरे बचपन की नहीं बल्कि पिता की भी यादें जुड़ी हैं। भारत में दर्शक टॉम एंड जेरी के मुरीद हैं। मेरी फिल्म भारतीय संस्कृति और विरासत के बारे में ज्यादा बात करती है।
स्मिता श्रीवास्तव, मुंबईl फिल्म 'बेगम जान' के बाद अभिनेत्री पल्लवी शारदा लगातार इंटरनेशनल प्रोजेक्ट का हिस्सा बन रही हैं। आज रिलीज हुई हॉलीवुड लाइव एक्शन एनीमेटेड फिल्म 'टॉम एंड जेरी में वह नजर आई हैं। फिलहाल पल्लवी सिडनी में हैं। वीडियो कॉल पर उनसे बातचीत की स्मिता श्रीवास्तव ने...
'बेगम जान' के बाद से लगातार इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स का हिस्सा बन रही हैं। कैसा महसूस करती हैं?
ऐसा नहीं है कि मैं भारतीय सिनेमा में काम नहीं करना चाहती हूं। बस अच्छे मौके मिलने चाहिए। खुशकिस्मत हूं कि पिछले चार साल में लगातार अच्छे प्रोजेक्ट का हिस्सा बनने का मौका मिल रहा है। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम से उम्दा ऑफर मिले हैं। बतौर कलाकार खुश हूं कि इतने बेहतरीन मौके मिल रहे हैं।
'टॉम एंड जेरी' में चयन की खबर कैसे मिली थी?
मैं लंदन में गुरिंदर चड्ढा निर्देशित वेब सीरीज 'बेचेम हाउस' के प्रीमियर के लिए गई थी। उस दौरान मेरे लंदन के एजेंट ने इस किरदार का जिक्र किया था। उसके बाद मैं काम के सिलसिले में ऑकलैंड आ गई थी। फिर वापस सिडनी आई। एबीसी की सीरीज 'रेटोग्रेड' करनी थी। काफी व्यस्त थी। कुछ दिनों तक अंदाज नहीं था कि इसे कर पाऊंगी या नहीं, क्योंकि डेट्स मुश्किल लग रही थीं। आखिरी क्षणों में सब तय हुआ। मैं अन्य प्रोजेक्ट की शूटिंग कर रही थी। उसके सेट से सीधे 'टॉम एंड जेरी' की शूटिंग के लिए एयरपोर्ट रवाना हुई।
'टॉम एंड जेरी' का नाम आते ही दिमाग में सबसे पहले क्या आया था?
सबसे पहली चीज यही दिमाग में आई थी कि पापा बहुत खुश होंगे, क्योंकि टॉम एंड जैरी से सिर्फ मेरे बचपन की नहीं, बल्कि उनकी भी यादें जुड़ी हैं। भारत में दर्शक 'टॉम एंड जेरी' के मुरीद हैं। मेरी फिल्म भारतीय संस्कृति और विरासत के बारे में ज्यादा बात करती है। मेरे फिल्म में काम करने पर पापा बहुत खुश हुए। वह बताते हैं कि आईआईटी कैंपस में टॉम एंड जेरी की स्क्रीनिंग होती थी। सारे छात्र बैठकर उसे देखते थे। पिछली सदी के सातवें दशक के दौरान मनोरंजन के सीमित साधन होते थे। तब ब्लैक एंड व्हाइट टॉम एंड जेरी के वीडियो चलते थे। पापा के लिए बहुत नॉस्टैलजिक है। उन्होंने बीते दिसंबर में मेरे साथ जब फिल्म की स्क्रीनिंग देखी तो बहुत खुश हुए थे।
आपकी बिल्ली यहां पर एनिमेटेड हैl लाइव एक्शन एनीमेटेड सीरीज में काम करने का अनुभव कैसा रहा?
इस फिल्म में काम करने का अनुभव बहुत अलग रहा। मैंने पहले ऐसे कभी काम नहीं किया है। हमारे पास कठपुतलियां, सॉफ्ट टॉय होते थे ताकि उन किरदारों को महसूस कर सकें। मेरी बिल्ली हमेशा कुछ न कुछ कर रही होती है। उसके लिए एक बड़ा सा सॉफ्ट टॉय था। फिल्म में हाथी का सीक्वेंस है। मैं भरतनाट्यम डांसर हूं। उसकी वजह से उस दृश्य में मुझे काफी मदद मिली। हम डांसर शारीरिक हाव-भाव और भंगिमाओं का काफी प्रयोग करते हैं। आप उसमें अपनी कल्पनाओं का प्रयोग कर सकते हैं। बचपन से मैं डांस करती आई हूं। जिसमें हम जानवरों की छवि को अपनी मुद्राओं के साथ प्रदर्शित करते हैं। स्टेज पर जैसी एनर्जी होती है, वैसी ही एनर्जी हमारी फिल्म सेट पर भी थी।
फिल्म में भारतीय शादी दिखाई गई है। उसे लेकर निर्देशक टिम के साथ आपकी क्या चर्चा हुई थी?
भारतीय संस्कृति के बारे में स्वाभाविक रूप से मेरे पास अच्छी जानकारी थी। जब मैं सेट पर पहुंची तो वे बातें मैंने सबसे साझा कीं। फिर तय हुआ कि मेरे किरदार को सफेद ड्रेस नहीं, बल्कि लहंगा पहने दिखाया जाएगा। भारतीय शादी में हर परंपरा के पीछे कई अर्थ होते हैं। मेरा किरदार प्रीता मेहता पंजाबी है तो उसे कलीरें पहनाई गईं। आज इंटर कल्चर मैरिज कोई नई बात नहीं रह गई है। 'टॉम एंड जेरी' के जरिए यह दर्शाया जा रहा है कि इंटर कल्चर मैरिज कितनी सुंदर और खुशी की बात हो सकती है।
'नार्कोस' फेम माइकेल पेना ने इसमें आपके साथ किया है। आपका कोई फैन मोमेंट रहा?
उनकी कॉमिक टाइमिंग बहुत शानदार है। उन्हें देखकर मैं खूब हंसती थी। मेरे डॉक्टरेक्टर टिम कहते थे कि पल्लू आपको भी एक्टिंग करनी है। आप यहां पर ऑडियंस नहीं हैं कि माइकल को सुनती रहेंगी। कई बार मुझे ईष्र्या भी होती थी कि सारे कॉमिक लाइन और सीन माइकल पेना और ग्रेस मोरेट्ज के बीच थे जबकि मेरा किरदार प्रीता काफी सख्त है। वह साफ बोलती है।