अनुराग कश्यप के बाद अब अभय देओल ने भी बताया- आखिर देव-डी में किन मुद्दों पर दोनों थे अलग
अनुराग ने कहा था कि अभय स्टार होने का मज़ा भी लेना चाहते हैं और आर्ट फ़िल्में भी करना चाहते हैं। अब ने अभय ने भी देव डी को लेकर बात की है।
नई दिल्ली, जेएनएन। अनुराग कश्यप ने हाल ही में इस बारे में बताया था कि उन्होंने देव डी के बाद अभय देओल के साथ क्यों काम नहीं किया। अनुराग ने कहा था कि अभय स्टार होने का मज़ा भी लेना चाहते हैं और आर्ट फ़िल्में भी करना चाहते हैं। उनकी वजह से फ़िल्म के दौरान काफी मुश्किलें आई थीं। इस मुद्दे पर अभय देओल ने एक पोस्ट लिखा है। उन्होंने बताया है कि आखिर किस मुद्दे पर दोनों की राय अलग थी।
अभय ने देव डी का पोस्टर शेयर करते हुए लिखा, 'देव डी साल 2009 में रिलीज़ हुई। मैं इस आईडिया को एक साल तक लोगों को नरैट करता रहा। अंत में अनुराग बतौर निर्देशक जुड़ें। मुझे याद है जब मैं लोगों को इसका नरैशन सुनाता था, लोग कहते हैं कि यह काफी आर्ट मूवी है। मैं लकी था अनुराग ने इसका निर्देशन किया।' अभय ने आगे बताया कि इसके लिए उन्होंने शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय का उपन्यास देवदास पढ़ा। उन्हें लगा कि देवदास महिला पर हक जमाने वाला किरदार है, जिसे काफी समय से रोमेंटिक बनाया जा रहा है।
अभय ने आगे बताया कि वह इसे बदलना चाहते थे। वह महिला किरदार को सुशील, संस्कारी, समर्पित महिला' की इमेज से अलग करना चाहते थे। वह इसको बिल्कुल अलग बनाना चाहते थे। उन्होंने बताया कि इसकी एडिंग को लेकर अनुराग के साथ मतभेद थे। उन्होंने लिखा, 'अनुराग को लगा कि एक हैपी एंडिंग हो, तो फ़िल्म ज्यादा स्वीकार की जाएगी। उनका ट्विस्ट था कि देव और चंदा को प्रेम हो जाए। मेरा विजन काफी डॉर्क था। मैं फ्लो के साथ गया। बाकि सब इतिहास है।'
अनुराग ने क्या कहा था
huffington post india से बात करते हुए अनुराग ने कहा,'उनके साथ करना बहुत मुश्किल था। मेरा अनुभव बहुत बुरा रहा है। मेरे पास वास्तव में उनके साथ काम करने की कोई अच्छी यादें नहीं हैं और जब से मैंने शूटिंग पूरी की, तबसे उनसे कोई बात नहीं की'।