10th Jagran Film Festival: समापन समारोह में शाहिद कपूर ने किया खुलासा, कैसे चुनते हैं फ़िल्म की स्क्रिप्ट
10th Jagran Film Festival जानी-मानी फ़िल्ममेकर गुरिंदर चड्ढा ने फ़िल्म क्रिटिक राजीव मसंद के साथ बातचीत में अपने करियर पर विस्तार से चर्चा की और अपने अनुभव साझा किये।
नई दिल्ली, जेएनएन। दुनिया के सबसे बड़े घुमंतू फ़िल्म फेस्टिवल जागरण फ़िल्म फेस्टिवल के दसवें पड़ाव का मुंबई में रविवार को भव्य समापन हुआ। मुंबई में चार दिनों तक चले फ़िल्म समारोह में भारतीय और विश्व सिनेमा की कई अहम फ़िल्मों का प्रदर्शन हुआ, साथ ही फ़िल्म फ़िल्मों के भविष्य को लेकर गंभीर चर्चा हुई, जिसमें सिनेमा के तमाम दिग्गजों ने अलग-अलग सत्रों में अपने विचार रखे।
29 सितम्बर को मुंबई में हुए समापन समारोह में अभिनेता शाहिद कपूर ख़ास मेहमान के तौर पर शामिल हुए। फर्स्ट-इन कन्वर्सेशन सेशन में शाहिद के साथ फ़िल्म जर्नलिस्ट और एंकर अतिका फारूकी ने बातचीत की। इस दौरान शाहिद ने अपनी फ़िल्मों के चुनाव और किरदारों के साथ प्रयोग पर विस्तार से बात की। शाहिद ने बताया कि फ़िल्मों की स्क्रिप्ट का चुनाव करने के लिए उन्होंने तरह-तरह की एप्रोच का इस्तेमाल किया, मगर दिल की बात सुनना सबसे अच्छा तरीका है। इसी साल रिलीज़ हुई शाहिद की कबीर सिंह ने बॉक्स ऑफ़िस पर काफ़ी अच्छा प्रदर्शन किया था।
जानी-मानी फ़िल्ममेकर गुरिंदर चड्ढा ने फ़िल्म क्रिटिक राजीव मसंद के साथ बातचीत में अपने करियर पर विस्तार से चर्चा की और अपने अनुभव साझा किये। गुरिंदर ने इंडिपेंडेंट फ़िल्ममेकिंग के विभिन्न पहलुओं मसलन वितरण और कास्ट चुनने पर अहम बातें कीं। 10वें जागरण फ़िल्म फेस्टिवल में क्लोज़िंग फ़िल्म के रूप में निर्देशक कार्लोस लोपेज़ एस्ट्रेडा की फ़िल्म ब्लाइंडस्पॉटिंग दिखाई गयी। इसके अलावा समारोह में इंडिया प्रीमियर के तहत कई अहम फीचर फ़िल्में, लघु फ़िल्में और डॉक्यूमेंट्रीज़ की स्क्रीनिंग हुई।
सवाल-जवाब सत्र में धूसर के निर्देशक द्वय सौमी साहा और स्नेहाशीष ने फ़िल्म की स्क्रीनिंग के बाद दर्शकों की जिज्ञासाओं के जवाब दिये। इंडिया प्रीमियर मूवीज़ सेक्शन में ताईवानी फ़िल्म हैन डैन डे, फॉरबिडन टिक्का मसाला, डू वी बिलॉन्ग, ब्लाइंडस्पॉटिंग, हसीना, डार्क लाइट, सतश, विंडो ऑफ़ द वर्ल्ड फ़िल्मों की स्क्रीनिंग की गयी। फीचर फ़िल्म्स सेक्शन में लेटर्स, कनिका, एकराम, द जर्नी, इन सर्च ऑफ़ राम दिखाई गयी। इनके अलावा अरबी शॉर्ट फ़िल्म इन योर हैंड्स, तिब्बती फ़िल्म टीम तिब्बत, टीवीएफ डॉक्यूमेंट्री द रोयल पैलेट (ओटीटी स्पेशल) और रजनीगंधा एचीवर्स एंड कंट्री फोकस के तहत TITA, A Life Of Tango की स्क्रीनिंग हुई।
फेस्टिवल के समापन समारोह में जागरण प्रकाशन के सीनियर वीपी- स्ट्रेटजी, बिज़नेस डेवलपमेंट एंड ब्रैंड बसंत राठौड़ ने कहा कि उन्हें यह देखकर खुशी होती है कि फेस्टिवल में दुनियाभर के सिनेमा शामिल होते हैं, जिन्हें देखने के लिए दर्शक टूट पड़ते हैं। कई अंतरराष्ट्रीय फ़िल्में पहली बार समारोह में दिखाई गयीं। श्री राठौड़ ने अपर्णा सेन, अनीस बज़्मी, राहुल ढोलकिया, नितेश तिवारी, साजिद नाडियाडवाला, कार्तिक आर्यन, करण जौहर, विक्की कौशल, अर्जुन कपूर, मुकेश छाबड़ा, शाहिद कपूर, गुरिंदर चड्ढा, राजीव मसंद और उदिता झुनझुनवाला समेत उन सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया, जिन्होंने मुंबई चैप्टर को इतना सफल बनाया।
10वें जागरण फ़िल्म फेस्टिव का आग़ाज़ दिल्ली में 18 जुलाई को हुआ था। इसके बाद कानपुर, लखनई, इलाहाबाद (प्रयागराज), वाराणसी, आगरा, मेरठ, देहरादून, हिसार, लुधियाना, पटना, रांची, जमशेदपुर, गोरखपुर, रायपुर, इंदौर और भोपाल होते हुए फ़िल्म समारोह का 29 सितम्बर को मुंबई में समापन हुआ।