बंगाल और असम में थमा दूसरे चरण के प्रचार का शोर, नंदीग्राम में ममता बनर्जी व सुवेंदु अधिकारी में कड़ा मुकाबला
बंगाल में पांच जिलों की 30 विस सीटों पर कुल 171 प्रत्याशी मैदान में हैं। दूसरे चरण में नंदीग्राम में भी चुनाव होगा। यहां पर ममता बनर्जी व सुवेंदु अधिकारी में मुकाबला है। असम में 39 विधानसभा सीटों के लिए 26 महिलाओं सहित कुल 345 प्रत्याशी मैदान में हैं।
जागरण टीम, नई दिल्ली। बंगाल और असम विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार का शोर सोमवार शाम को थम गया। बंगाल में दूसरे चरण में पांच जिलों उत्तर व दक्षिण 24 परगना, पूर्व व पश्चिम मेदिनीपुर व बांकुड़ा की 30 विधानसभा सीटों पर 19 महिलाओं सहित कुल 171 प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें सूबे की सबसे हाई प्रोफाइल सीट नंदीग्राम भी शामिल है, जहां तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी व भाजपा के सुवेंदु अधिकारी के बीच मुकाबला है। उधर, असम की 39 विधानसभा सीटों के लिए 26 महिलाओं सहित 345 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। दूसरे चरण का मतदान एक अप्रैल को होगा।
गौरतलब है कि उक्त दोनों राज्यों में गत 27 मार्च को पहले चरण का मतदान हुआ था। इस दौरान बंगाल की 30 एवं असम की 47 सीटों पर वोटिंग हुई थी। बंगाल में पहले चरण में छिटपुट हिंसा के बीच 84.63 फीसद वोट पड़े थे। अब दूसरे चरण के 171 प्रत्याशियों में से 43 के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। इनमें से 36 के खिलाफ बेहद गंभीर आपराधिक मामले हैं। दूसरे चरण में 26 करोड़पति प्रत्याशी हैं। पश्चिम मेदिनीपुर जिले की देबरा सीट से भाजपा की भारती घोष सबसे अमीर प्रत्याशी हैं। 46 प्रत्याशी 25 से 40 वर्ष की उम्र के हैं, जबकि 92 प्रत्याशियों ने अपनी उम्र 41 से 60 के बीच बताई है। दूसरे चरण की 30 विधानसभा सीटों में से छह को संवेदनशील घोषित किया गया है।
नंदीग्राम में मुस्तैद रहेंगी केंद्रीय बल की 21 कंपनियां
दूसरे चरण में 10,620 बूथों पर केंद्रीय बल की 651 कंपनियां तैनात रहेंगी। नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में 21 कंपनियां मुस्तैद रहेंगी। दूसरे चरण में गड़बड़ी वाले इलाकों में तुरंत कार्रवाई के लिए 628 क्विक रिस्पांस टीमें भी रहेंगी।
नंदीग्राम में ममता बनाम शुभेंदु की लड़ाई
दूसरे चरण में बंगाल की सबसे हाई प्रोफाइल सीट मानी जा रही नंदीग्राम सीट भी शामिल है, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बीजेपी से शुभेंदु अधिकारी आमने-सामने हैं। यही नहीं दूसरे चरण में शुभेंदु अधिकारी की साख भी दांव पर है, क्योंकि उनके गढ़ में चुनाव होने हैं। नंदीग्राम सीट जीतने के लिए ममता कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती हैं। इसीलिए वह रविवार से ही नंदीग्राम में डेरा जमाए हुए हैं और ताबड़तोड़ चुनावी रैलियां और रोड शो कर रही हैं। ममता ने खुद कहा कि मैं एक अप्रैल को वोटिंग होने तक नंदीग्राम में ही रहूंगी और वोटिंग के बाद यहां से जाऊंगी। इससे साफ जाहिर होता है कि ममता बनर्जी नंदीग्राम सीट पर किसी तरह का जोखिम भरा कदम नहीं उठाना चाहती हैं।
असम के दूसरे चरण की हाई प्रोफाइल सीट
असम के दूसरे चरण में भाजपा के साथ-साथ पार्टी के दिग्गज नेताओं की साख भी दांव पर लगी है। भाजपा से मंत्रियों परीमल सुकलावैद्य (ढोलाई), भावेश करलिता (रांगिया), पिजुष हजारिका (जागीरोड) और विधानसभा उपाध्यक्ष अमिनुल हक लस्कर (सोनाई) से किस्मत आजमा रहे हैं। इसके अलावा दिगंत कालिता (कमलापुर), रमाकांत देवरी (मोरीगांव), जीतु गोस्वामी (ब्रह्मपुर), मिहिर कांती शोम (उधारबोंड), गौतम रॉय (काटीगोड़ा), नंदिता गारसोला (हाफलांग) और जयंत मल्ला बरुआ (नलबाड़ी)। एजीपी के अजीज अहमद खान (करीमजंग दक्षिण) से हैं भाजपा से टिकट नहीं मिलने के बाद पार्टी छोड़ने वाले विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष दिलीप कुमार पॉल सिलचर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं।