बौखलाहट में कांग्रेस भाग रही है कोर्ट में: वसुंधरा राजे
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा है कि राजस्थान गौरव यात्रा में ऐसा कुछ नहीं है, जिसके लिए कोर्ट में चुनौती दी जाए, इसलिए यात्रा जारी रहेगी।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान गौरव यात्रा को लेकर हाई कोर्ट में लगाई गई याचिका और यात्रा के बारे में दिए जा रहे कांग्रेस के बयानों पर करारा हमला बोला। कहा है कि विपक्ष अब बौखलाहट में कोर्ट तक भाग रहा है। राजस्थान गौरव यात्रा में ऐसा कुछ नहीं है, जिसके लिए कोर्ट में चुनौती दी जाए, इसलिए यात्रा जारी रहेगी। हालांकि, कोर्ट के आदेश का असर उनकी यात्रा के कार्यक्रम पर नजर आया। पहले से तय किए गए शिलान्यास और लोकार्पण के कार्यक्रम टाल दिए गए या गौरव यात्रा के आने से पहले मंत्रियों से कार्यक्रम करा लिए गए।
मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की गौरव यात्रा का तीसरा चरण गुरुवार से बीकानेर संभाग में शुरू हुआ। राजे ने बीकानेर स्थित विश्नोई समाज के पवित्र स्थल मुकाम में गुरु जंभेश्वर के समाधि स्थल पर दर्शन कर बीकानेर संभाग में गौरव यात्रा की शुरुआत की। इसके बाद पूगल, लूणकरणसर में सभाएं और कई जगह स्वागत कार्यक्रम में शिरकत कराते हुए यात्रा बीकानेर पहुंची जहां रोड शो किया गया। इन सभाओं में राजे ने कहा कि जो काम कांग्रेस की सरकार ने पिछले 50 सालों में नहीं किए, वह हमने पूरे किए हैं। कांग्रेस झांसे देने में नंबर वन है और हम जनहित के कार्य कराने में। उन्होंने कहा कि 2019 तक प्रदेश के हर गांव और घर में बिजली पहुंचेगी। 31 मार्च 2019 तक कोई भी घर बिजली की सुविधा से वंचित नहीं रहेगा।
राजे ने कहा-'हमने करीब 14-15 लाख बच्चियों को साइकिलें वितरित की हैं। स्कूटी और लैपटॉप वितरित कर बच्चियों को पढ़ाई में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया है। किसानों के लिए भी हमने बेहतरीन योजनाएं लागू की हैं। किसानों को सबसे ज्यादा कर्ज दिया है। इस तरह राजे ने इतने काम किए हैं, जितने कांग्रेस ने अपने पूरे कार्यकाल में नहीं किए।' उन्होंने कहा-'विपक्ष के लोग राजस्थान गौरव यात्रा के बारे में बहुत कुछ बोल रहे हैं, लेकिन मैंने तो अपने कान बंद कर लिए हैं। मुझे बस जनता का आशीर्वाद चाहिए।'
यात्रा पर दिखा हाई कोर्ट के आदेश का असरगौरव यात्रा के दौरान सरकारी कार्यक्रम किए जाने पर राजस्थान हाई कोर्ट की रोक के आदेश का असर राजे की बीकानेर यात्रा में साफ नजर आया। यहां राजे बीकानेर में एलीवेटेड रोड, मसाला चैक, सूरसागर में पुनर्निर्माण जैसे शिलान्यास और लोकार्पण करने थे। इसके अलावा जहां सभााएं हुई वहां भी विभिन्न योजनाओं के शिलान्यास होने थे, लेकिन इन सब को टाल दिया गया। हालांकि मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिहाज से सरकारी अधिकारियों की मौजूदगी रही।