Rajasthan elections 2018: एजुकेशन हब संगरिया में होगा दिलचस्प मुकाबला
राजस्थान चुनाव में संगरिया विधान सभा हलके पर सभी लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। क्योंकि यहां पर प्रत्याशियों का दिलचस्प मुकाबला होने वाला है।
संगरिया [राजस्थान], जेएनएन। राजस्थान चुनाव में संगरिया विधान सभा क्षेत्र पर सभी लोगों की नजरें टिकी हुई हैं। क्योंकि यहां पर प्रत्याशियों का दिलचस्प मुकाबला होने वाला है।
मुख्य मुकाबला भाजपा के प्रत्याशी गुरदीप शाहपीनी व कांग्रेस की प्रत्याशी शबनम गोदारा के बीच है। मुकाबला दिलचस्प इसलिए भी है क्योंकि दोनों ही हल्के में रहने वाले हैं और दोनों का ही लोगों में अच्छा आधार है। टिब्बी क्षेत्र में जहां शबनम गोदारा का प्रभाव माना जाता है तो गांवों में गुरदीप शाहपीनी का अच्छा असर रसूख है। ऐसे में कौन सा नेता वोटरों को फिट बैठता है ,यह तो आनेवाला समय ही बताएगा। लेकिन इस समय में स्थिति ऐसी बनी हुई है कि किसी को भी उपर था नीचे नहीं बोल सकते। मुकाबला पूरा दिलचस्प बना हुआ है।
दूसरी बार आमने-सामने
शबनम गोदारा व गुरदीप शाहपीनी इस विधान सभा चुनाव में दूसरी बार आमने सामने हुए हैं। पिछले चुनाव में गुरदीप शाहपीनी निर्दलीय चुनाव लड़े थे और शबनम से बहुत कम अंतर से पीछे थे। इस कारण वे तीसरे स्थान पर रहे थे जबकि पहले स्थान पर बीजेपी का प्रत्याशी कृष्ण कड़वा रहे थे। पिछले प्लान में वे संगरिया से विधायक रहे लेकिन इस बार बीजेपी ने विधायक की टिक्ट काट कर आजाद तौर पर लड़ कर 40 हजार से डपर वोट ले जाने वाले गुरदीप शाहपीनी को बीजेपी में शामिल करके उन पर दांव खेला है।
2013 के चुनाव में बीेजपी के कृष्ण कड़वा 55,635 (32.5%) वोट प्राप्त करके विधायक बने थे। जबकि दूसरे स्थान पर कांग्रेस की प्रत्याशी शबनम गोदारा रही थी। उनको कुल 44,034 (25.7%) मिले थे। यानि जीतने वाले प्रत्याशी से 11601 वोट का अंतर रहा था। इसी प्रकार निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले गुरदीप शहपीनी को 40,994 (23.9%) वोट मिले थे। ऐसे में दूसरे स्थान पर आने वाली शबनम गोदारा से महज 3040 वोटों का ही अंतर था।
पिछले चुनाव में गुरदीप के बढ़े थे 4 फीसदी वोट
संगरिया विधान सभा हलके से आजाद चुनाव लड़ने वाले गुरदीप शाहपीनी ने 2018 के बाद 2013 में होने वाले चुनावों में 4.2 फीसदी ज्यादा वोट प्राप्त किए थे। वे इससे पहले दोनों बार निर्दलीय ही चुनाव लड़े थे। यह पहली दफा है कि वे बीजेपी की टिक्ट पर चुनाव लड़ रहे हैं।
2008 में होने वाले चुनाव में कांग्रेस की प्रत्याशी परम नवदीप को 36,802 (25.7%) वोट मिले थे। वह 25 फीसदी वोट से ही विधायक चुनी गई थी। लेकिन 2013 में उनकी टिक्ट काट कर कृष्ण कड़वा को दे दी गई थी और इस बार कृष्ण कड़वा के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वे 2013 में चुनाव जीत गए थे लेकिन इसके बादयूद 2018 में उनकी टिक्ट काट दी गई और गुरदीप शाहपीनी को टिकट दे दी गई। 2008 में दूसरे स्थान पर भाजपा की दमयंती बेनीवाल रही थी। उनको उस समय 28,685 (20%) वोट मिले थे। यानि जीतने वाले प्रत्याशी से 8117 वोट कम मिले थे। इसी प्रकार गुरदीप शाहपीनी ने निर्दलीय चुनाव लड़ा था और उनको 28212 (19.7%) वोट मिले थे। वे तीसरे स्थन पर रहे और दूसरे प्रत्याशी से महज 473 वोट ही कम मिले थे।
उत्तरी राजस्थान का एजुकेशन हब है संगरिया
संगरिया एक नगरपालिका है और यह हरियाणा व पंजाब के बॉर्डर पर स्थित है। संगरिया को उत्तरी राजस्थान का एजुकेशन हब माना जाता है। क्योंकि पूरे उत्तरी राजस्थान से छात्र पढ़ने के लिए संगरिया आते हैं। इस लिए संगरिया राजस्थान की एक महत्तवपूर्ण सीटों में से एक है।
2013 विस चुनाव का रिजल्ट
प्रत्याशी- पार्टी- कितने वोट मिले- प्रतिशत
कृष्ण कड़वा -भाजपा- 55,635 -32.5%
शबनम -कांग्रेस- 44,034 -25.7%
गुरदीप सिंह -निर्दलीय- 40,994 -23.9%
2008 विस चुनाव का रिजल्ट
परम नवदीप -कांग्रेस- 36,802 -25.7%
दमयंती बेनीवाल -भाजपा- 28,685-20%
गुरदीप सिंह -निर्दलीय- 28,212 -19.7%