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Rajasthan Chunav 2018: टोंक में भाजपा का इकलौता मुस्लिम प्रत्याशी है पायलट के सामने

Rajasthan Chunav 2018: टोंक में मुस्लिम वोट बैंक है। इसलिए मुकाबला टक्कर का माना जा रहा है।

By Prashant PandeyEdited By: Published: Fri, 07 Dec 2018 01:14 PM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 01:14 PM (IST)
Rajasthan Chunav 2018: टोंक में भाजपा का इकलौता मुस्लिम प्रत्याशी है पायलट के सामने
Rajasthan Chunav 2018: टोंक में भाजपा का इकलौता मुस्लिम प्रत्याशी है पायलट के सामने

टोंक। तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2018 के लिए 119 सीटों के लिए वोटिंग जारी है। इस चुनाव के दिलचस्प मुकाबलों में टोंक विधानसभा सीट भी शामिल है जिसमें कांग्रेस ने अपने युवा चेहरे और प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को मैदान में उतारा है। इनके सामने भाजपा के इकलौते मुस्लिम प्रत्याशी यूनुस खान हैं। टोंक में मुस्लिम वोट बैंक है। इसलिए मुकाबला टक्कर का माना जा रहा है। बसपा ने भी मुस्लिम प्रत्याशी के रूप में मो. अली को टिकट दिया है।

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यूनुस खान मौजूदा वसुंधरा राजे सरकार में मंत्री हैं। टोंक से उनके उम्मीदवार बनने की कहानी भी रोचक है। भाजपा ने पहले मौजूदा विधायक अजित सिंह का नाम फाइनल किया था, लेकिन बाद में बदलाव कर दिया। माना जा रहा है कि टोंक के मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में कांग्रेस को घेरने के लिए ऐसा किया गया है। कांग्रेस ने भी यहां से सचिन पायलट को टिकट देकर अपने पुराने परंपरा तोड़ी है। दरअसल, 46 साल से कांग्रेस यहां मुस्लिम प्रत्याशी को मैदान में उतरती आई है। यह पहली बार है कि किसी गैर-मुस्लिम को टिकट दिया है।

यूनुस इससे पहले डीडवाना से चुनाव लड़े हैं और दो बार से जीते भी। 2013 में वसुंधरा ने उन्हें अपनी कैबिनेट में जगह ही है। वहीं सचिन पायलट का यह पहला विधानसभा चुनाव है। इससे पहले वे 2004 में दौसा और 2009 में अजमेर से लोकसभा चुनाव लड़े और जीते भी। वैसे कांग्रेस के लिहाज से टोंक सीट सुरक्षित नहीं है। पिछले सात विधानसभा चुनावों में 5 बार भाजपा जीती है। केवल दो बार कांग्रेस प्रत्याशी कामयाब हुए हैं। 2008 और 2013 में भी भाजपा ही जीती। इस लिहाज से पायलट की यह अग्नि परीक्षा कही जा रही है।

टोंक से कुल 9 प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा और बसपा के अलावा एक निर्दलीय भी मुस्लिम है। इस तरह कुल तीन मुस्लिम उम्मीदवार हैं, जिनमें वोट बंट सकते हैं। इसका किसको लाभ और किसको नुकसान होता है यह तो 11 दिसंबर को पता चलेगा, जब राजस्थान समेत पांच राज्यों के चुनावों की मतगणना होगी।


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