Maharashtra vidhan sabha election: अभी फंसा है शिवसेना-भाजपा की सीट बंटवारे का पेच
Maharashtra vidhan sabha election विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है।
नई दिल्ली, जेएनएन। विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिवसेना गठबंधन के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। राज्य में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होना है।
महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने जून में कहा था कि भाजपा और शिवसेना दोनों 135-135 सीटों पर लड़ेंगे, जबकि बची हुई 18 सीटें अन्य सहयोगियों के खाते में जाएंगी। इस 50-50 फॉर्मूले की काफी चर्चा हो चुकी है। पर माना जा रहा है कि यह सीट बंटवारे का व्यावहारिक फॉर्मूला नहीं होगा। याद रहे 2014 के विधानसभा चुनाव के दौरान दोनों पार्टियों ने सीटों पर सहमति न होने के बाद अलग-अलग चुनाव लड़ा था।
भाजपा को ज्यादा सीटों की जरूरत
भाजपा मित्र दलों सहित 163 से 168 सीटें चाहती है। सूत्रों का कहना है कि इसलिए शिवसेना को केवल 120 से 125 सीटों पर ही संतोष करना पड़ सकता है। हालांकि यह कहना मुश्किल है कि शिवसेना इसके लिए राजी होगी या नहीं।
हो चुकी है दो बैठक
भाजपा के एक वरिष्ठ नेता के अनुसार सीटों के बंटवारे को लेकर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल और उद्योग मंत्री सुभाष देसाई की दो-दो बैठकें हो चुकी हैं। पर अभी कुछ फाइनल नहीं हुआ है।
भाजपा में समझौते को लेकर मतभेद
भाजपा के नेताओं का एक गुट चाहता है कि शिवसेना के साथ समझौता और सीटों का बंटवारा न किया जाए। भाजपा कम से कम 170 सीटों पर चुनाव लड़े। पर मुख्यमंत्री समझौते पर अड़े हुए हैं। उन्होंने इन नेताओं को भरोसा दिलाया है कि भाजपा 165 से अधिक सीटें जीतेगी।
2014 से ज्यादा विधायक भाजपा के पास
भाजपा ने 2014 के विधानसभा चुनाव में 260 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ते हुए 27.81 प्रतिशत वोट और 122 सीटें हासिल की थीं। बाद में कांग्रेस और एनसीपी से 4 विधायकों ने इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा है। इस तरह कुल मिलाकर भाजपा के साथ 132 वर्तमान विधायक हैं। वहीं, शिवसेना ने पिछले चुनाव में 282 सीटों पर चुनाव लड़ा और उसे 19.35 प्रतिशत वोट और 63 सीटें मिलीं। कांग्रेस ने 287 सीटों पर चुनाव लड़ा और 17.95 प्रतिशत वोटों के साथ 42 सीटें जीतीं। एनसीपी ने 278 सीटों पर चुनाव लड़ते हुए 17.24 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 41 सीटों पर कब्जा जमाया था।