भाजपा से टिकट न मिलने पर रो पड़े सरताज सिंह, अब कांग्रेस के टिकट पर लड़ेंगे चुनाव
भाजपा की तीसरी सूची में भी नाम ना आने पर सरताज सिंह गुरुवार को अपने समर्थकों के बीच रो पड़े।
होशंगाबाद/ भोपाल (नईदुनिया)। भाजपा की तीसरी सूची में भी नाम ना आने पर सरताज सिंह गुरुवार को अपने समर्थकों के बीच रो पड़े। वे सिवनी मालवा में भाजपा पदाअधिकारियों और समर्थकों से मिलने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि मैं घर में बैठकर घुट-घुटकर मरने वालों में से नहीं हूं। लडूंगा तो मैदान में, मरूंगा तो मैदान-ए-जंग में।
टिकट कटने के बीच सरताज सिंह ने बागी तेवर अपनाए। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस से चुनाव लड़ने के संकेत दिए थे और शाम होते होते कांग्रेस का दामन थाम लिया।
पूर्व मंत्री व भाजपा के बागी सरताज लड़ेंगे कांग्रेस के टिकट पर चुनाव
मध्य प्रदेश भाजपा के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री सरताज सिंह ने अपनी पार्टी को बड़ा झटका देते हुए गुरुवार को कांग्रेस का हाथ थाम लिया। कांग्रेस ने उनको होशंगाबाद से अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। गौरतलब है कि भाजपा ने इस बार सरताज का टिकट काट दिया था, जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रहे सरताज सिंह होशंगाबाद जिले में जनसंघ और भाजपा की राजनीति के पर्याय बन चुके थे। 75 साल के फार्मूले में पार्टी ने उनका मंत्री पद छीन लिया था। और अब टिकट पर कैंची चलते ही सरताज ने बगावत कर दी।
कांग्रेस ने उन्हें तुरंत ही होशंगाबाद से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। भाजपा कार्यकर्ताओं के सामने रो दिए सरताजगुरुवार दोपहर को सरताज भाजपा कार्यकर्ताओं से मिले। उन्होंने उनको अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि 'मैं घर में बैठकर घुट-घुटकर मरने वालों में से नही हूं। लडूंगा तो मैदान में, मरूंगा तो मैदान ए जंग में। यह कहते हुए वह रो पड़े। इसके बाद वह शाम चार बजे इटारसी स्थित होटल तवा प्लाजा पहुंचे। उन्हें मनाने के लिए भाजपा के संभागीय संगठन मंत्री श्याम महाजन भी यहां आए, लेकिन वार्ता विफल रही। भाजपा नेताओं के जाते ही सरताज सिंह ने कांग्रेस ज्वाइन की और होशंगाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने का एलान कर दिया। सरताज सिंह भाजपा से पांच बार सांसद और दो बार विधायक रह चुके हैं।
सीएम के साले को कांग्रेस ने वारासिवनी से उम्मीदवार बनाया
कांग्रेस गुरुवार तक कुल 229 उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। दीपावली की रात जारी सूची में कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साले संजय मसानी को वारासिवनी से उम्मीदवार घोषित किया था।
कुसमारिया भी बागी, निर्दलीय उतरेंगे चुनाव में
पूर्व मंत्री सरताज सिंह के बाद भाजपा को दूसरा झटका पूर्व मंत्री रामकृष्ण कुसमारिया की बगावत ने दिया है। पांच बार सांसद और तीन मर्तबा विधायक रहे कुसमारिया टिकट न मिलने से दुखी थे। कुरमी समाज के बड़े नेता कुसमारिया ने एलान किया है कि शुक्रवार को वह दो नामांकन एक पार्टी की ओर से और दूसरा निर्दलीय जमा करेंगे। गौरतलब है कि कुरमी समाज के विंध्य और बुंदेलखंड की करीब ढाई दर्जन सीटों पर निर्णायक मतदाता हैं। कुसमारिया इस समाज के दिग्गज नेता माने जाते हैं।