MP Election 2018: शराब की खपत के साथ अब दवाइयों की सप्लाई पर नजर
MP Election 2018 होशंगाबाद कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका दास ने अपनी टीम के आला अधिकारियों को नजर रखने के लिए निर्देश दिए हैं।
आशीष दीक्षित, होशंगाबाद। चुनाव के दौरान वोटर्स को लुभाने के लिए नशीली दवा बांटने की आशंका जिला प्रशासन को बनी हुई है। इसी आशंका के चलते अब दवाईयों की सप्लाई पर प्रशासन ने नजर जमा दी है। दरअसल कई दवाएं ऐसी भी हैं जो नशा करने के लिए नशेड़ी लोग उपयोग करते हैं।
दवाओं के माध्यम से नशा करने वाले लोगों पर भी नजर रखने के लिए कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका दास ने अपनी टीम के आला अधिकारियों को नजर रखने के लिए निर्देश दिए हैं। खास बात तो यह है कि मॉनिटरिंग दवाईयों की सप्लाई के जरिए की जा रही हैं।
प्रशासन का मानना है कि यदि दवाओं की बिक्री आम दिनों की बजाए अब ज्यादा हो रही है तो फिर इसका हिसाब कि ताब रखना जरुरी है। कौन लोग दवाएं ले रहे हैं और कहां से दवाईयों की खेप जा रही है इसका डाटा भी कलेक्ट कि या जा रहा है। हाल ही में छत्तीसगढ़ राज्य के कई इलाकों में कु छ राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों द्वारा दवाईयों की खेप बांटे जाने का मामला सामने आ चुका है। इसी के बाद मप्र में भी दवाओं की खेप भी नजर रखी जा रही हैै।
विशेष टीम रख रही नजर
चुनाव के दौरान वोटर्स को लुभाने के लिए शराब, रुपए सहित अन्य सामान बांटे जाने पर रोक लगाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारी कर ली गई है, लेकिन अब दवाओं की सप्लाई का भी लेखा जोखा रखा जा हा है। स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारियों के साथ ही जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की टीम को गठित कर दवाओं की सप्लाई पर नजर रखने के लिए कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी प्रियंका दास ने कहा है। उन्होंने कहा है ऐसे वोटर्स जो नशे के लिए दवाईयों का उपयोग करते हैं उन्हें भी चैक कि या जाए।
कफ सिरप व पेन किलर करते हैं उपयोग
जानकारों के मुताबिक नशे के आदि लोग कफ सिरप, पेन किलर, एंटी बायोटिक दवाओं का सेवन नशे के आदि लोग ज्यादा करते हैं। ऐसे वोटर्स को लुभाने के लिए राजनैतिक दलों से जुड़े लोग आसानी से दवाएं उपलब्ध करा सकते हैं। इन लोगों को रोकने के लिए ही प्रशासन ने माइक्रो प्लानिंग डेवलप की है।
दवा एसोसिएशन भी आया आगे
चुनाव के दौरान दवाओं का दुरुपयोग ना हो इसके लिए होशंगाबाद दवा ऐसासिएशन भी आगे आया है। दवा एसोसिएशन के अध्यक्ष बृजेश श्रीवास्तव ने जिले के सभी दवा व्यावसायियों से अपील की है कि बिना डॉक्टर के पर्चे के दवाएं ना दें और यदि कोई व्यक्ति बार-बार दवाओं की डिमांड करता है तो तुरंत सूचना दें ताकि प्रशासन को भी अवगत कराया जा सके । ऐसे व्यक्तियों के संबंध में प्रशासन स्टेप उठाएगा।
नजर रख रहे हैं
चुनावों को लेकर हमने अपनी पूरी तैयारी कर ली है, शराब काराबोर के साथ ही दवा करोबार पर भी नजर रख रहे हैं। हालांकि होशंगाबाद में नशे की दवाई का चलन कम है, लेकि न हम ऐतियात के तौर पर सभी कदम उठा रहे हैं। शराब बंटने की संभावना ज्यादा है इसलिए लगातार कार्रवाईयां भी करवाई जा रही हैं।
- प्रियंका दास, कलेक्टर, होशंगाबाद