MP Election 2018 : एक के सहारे तीन सीटों पर निशाना, कांग्रेस का नया पैंतरा
Madhya Pradesh Elections 2018 : इंदौर की 3 विधानसभाओं में इस समाज के वोटर्स को साधने के लिए कांग्रेस ने ये फॉर्मूला अपनाया।
इंदौर, लोकेश सोलंकी। दो बार विधायक रह चुके कांग्रेस नेता सत्यनारायण पटेल की 15 साल बाद इंदौर की पांच नंबर विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार के तौर वापसी हुई है। देपालपुर से टिकट के लिए अड़े पटेल को इस सीट के लिए राजी कर कांग्रेस ने तीन सीटों को साधने की कोशिश की है।
दरअसल कलौता समाज के वोटर तीनों विधानसभाओं में खासी संख्या में मौजूद हैं। इधर एक और पांच नंबर में बागियों को मनाने की जिम्मेदारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने अपने कंधे ले ली है। आसार जताए जा रहे हैं कि संगठन के लिए राहत भरी खबर जल्द ही आ सकती है।
आखिरी वक्त पर दी सहमति
इस चुनाव में सत्यनारायण पटेल देपालपुर से टिकट की दावेदारी कर रहे थे। 2008 से 2013 तक इसी सीट से पटेल विधायक रह चुके हैं। इससे पहले 1998 का चुनाव सत्यनारायण पटेल ने इंदौर के क्षेत्र क्रमांक 5 से लड़ा था और भाजपा के भंवरसिंह शेखावत को हराकर विधायक भी बने थे। 2003 में सत्तू (सत्यनारायण पटेल) पांच नंबर से दूर होकर लोकसभा के प्रत्याशी भी बने। हालांकि उनका पूरा जोर देपालपुर से चुनाव लड़ने पर ही रहा।
हाल ही में युवा चेहरे के तौर पर विशाल पटेल ने देपालपुर से टिकट की दावेदारी जताई। कांग्रेस को डर था कि विशाल और सत्तू में से एक को टिकट देने पर और दूसरे को वंचित रखने पर मजबूत मानी जा रही सीट पर कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ता। टिकट तय होने के पहले पांच नंबर जाने के लिए सत्यनारायण पटेल को मनाया गया।
पहले दौर में उन्होंने देपालपुर छोड़ने से साफ इनकार कर दिया था। आखिरी वक्त पर पटेल पांच नंबर जाने के माने। कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक सत्तू अगर नहीं मानते तो सिर्फ देपालपुर नहीं जिले की दो और सीटों पर भी कांग्रेस को नुकसान की आशंका थी। असल में सत्तू कलौता समाज से आते हैं। देपालपुर के साथ ही राऊ और सांवेर में भी इस समाज के वोटरों की खासी तादात है। सत्तू की नाराजगी का खामियाजा इन सीटों पर भी कांग्रेस के उम्मीदवारों को भुगतना पड़ता। सत्तू के पांच नंबर जाने के साथ ही कांग्रेस इस बिंदु पर भी राहत महसूस कर रही है।
मान जाएंगे कांग्रेस के बागी
कांग्रेस में बागियों को मनाने की जिम्मेदारी वरिष्ठ नेताओं ने ले ली है। पांच नंबर में सत्तू की दावेदारी के बाद अन्य दावेदार पंकज संघवी, छोटे यादव के असहयोग से नुकसान की आशंका बन रही है। हालांकि संगठन दावा कर रहा है कि पांच नंबर की मुसीबत हल हो जाएगी। संगठन के लिए काम करने पर सब राजी हो गए हैं।
शोभा ओझा के घर पर रविवार रामेश्वर पटेल समेत कुछ कांग्रेसी इसी मुद्दे पर चर्चा के लिए जुटे थे। इधर कांग्रेस के बागियों का गढ़ बने एक नंबर विधानसभा क्षेत्र में निर्दलीय पर्चा भरने वाले कमलेश खंडेलवाल को मनाने का जिम्मा दिग्विजय सिंह ने ले लिया है। रविवार को दिग्गी का फोन खंडेलवाल के पास पहुंचा।
खंडेलवाल ने कार्यकर्ताओं से बात करने के बाद निर्णय की बात दिग्गी से कही। माना जा रहा है कि दिग्विजिय कमलेश को मना लेंगे। हालांकि गोलू अग्निहोत्री मानते नजर नहीं आ रहे।