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MP Chunav 2018: कांग्रेस ने जारी किया भाजपा सरकार का रिपोर्ट कार्ड

Madhya Pradesh Chunav 2018: प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्रकारवार्ता में आरोप लगाया कि 13 साल में दो लाख 41 हजार 535 महिलाएं अपराधियों का शिकार हुईं।

By Rahul.vavikarEdited By: Published: Sat, 24 Nov 2018 11:05 PM (IST)Updated: Sun, 25 Nov 2018 07:34 AM (IST)
MP Chunav 2018: कांग्रेस ने जारी किया भाजपा सरकार का रिपोर्ट कार्ड
MP Chunav 2018: कांग्रेस ने जारी किया भाजपा सरकार का रिपोर्ट कार्ड

भोपाल। नईदुनिया स्टेट ब्यूरो। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की मीडिया समन्वयक प्रियंका चतुर्वेदी ने शनिवार को एक बार फिर मध्यप्रदेश की महिलाओं के सुरक्षा पर सवाल उठाए। उन्होंने 13 साल के महिला अपराध और कुपोषण के आंकड़ों के साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के रिपोर्ट कार्ड का दस्तावेज 'अंधेरगर्दी-चौपट राज" जारी किया। साथ ही आरोप लगाया कि मध्यप्रदेश से मानव तस्करी कर बच्चियों को बेचा जाता है, जिसमें भाजपा के नेताओं के नाम भी सामने आए हैं। आदिवासी क्षेत्रों में बच्चियों को बेचने की घटनाएं ज्यादा होती हैं।

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प्रियंका चतुर्वेदी ने पत्रकारवार्ता में आरोप लगाया कि 13 साल में दो लाख 41 हजार 535 महिलाएं अपराधियों का शिकार हुईं। 25 हजार 566 महिलाओं का अपहरण कर लिया गया तो 46 हजार 317 महिलाओं के साथ दुष्कर्म की घटनाएं हुईं। नाबालिग बच्चियों के साथ दुष्कर्म की घटनाओं में 249 फीसदी की वृद्धि हुई। चतुर्वेदी ने यह भी आरोप लगाया है कि अराजक तत्वों, अवसाद व आर्थिक बदहाली से 12 साल में 27 हजार 457 गृहणियों ने आत्महत्या कर ली। उन्होंने बताया कि कांग्रेस की दिग्विजय सरकार के समय नाबालिग बच्चियों के साथ 710 दुष्कर्म की घटनाएं हुआ करती थीं जो अब ढाई हजार तक पहुंच गईं तो अपहरण की 584 घटनाओं की संख्या आज करीब पांच हजार तक हो गई है। इसी तरह अदालतों में लंबित मामले दिग्विजय सरकार में सात हजार थे, जो आज 85 हजार हो गए हैं।

महिलाएं के स्वास्थ्य की स्थिति चिंताजनक

चतुर्वेदी ने नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे रिपोर्ट 2016 का हवाला देकर कहा कि 32 फीसदी नाबालिग बच्चियों की शादी करा दी जाती हैं तो 90 हजार नवजात शिशु अपना पहला जन्मदिन नहीं देख पाते हैं। इनमें से 61 हजार तो 28 दिन के भीतर ही दम तोड़ देते हैं। पूरे देश में सबसे ज्यादा 42.8 प्रतिशत बच्चे मध्यप्रदेश में कुपोषित होते हैं। 68.9 फीसदी बच्चे गंभीर रूप से खून की कमी से जूझते हैं।


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