MP Election 2018 : तीसरी नजर की जद में रहे प्रत्याशी, प्रलोभन पर रहा नियंत्रण
MP Election 2018 : मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में 24 दिन के प्रचार में दर्जनों ऑडियो-वीडियो हुए वायरल।
भोपाल। सोशल मीडिया ने इस बार के चुनाव में विशेष भूमिका अदा की। जहां कांग्रेस-भाजपा सहित अन्य दलों के प्रत्याशियों ने प्रचार में सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया, वहीं वे इसकी नजर से भी नहीं बच सके। 24 दिन के चुनाव प्रचार में कई नेताओं के विवादित ऑडियो-वीडियो सामने आए। इसके बाद प्रत्याशियों और नेताओं ने कैमरों के सामने बोलने से परहेज करना शुरू कर दिया।
15वीं विधानसभा के लिए होने जा रहे चुनाव में भाजपा ने सोशल मीडिया का भरपूर इस्तेमाल किया, तो कांग्रेस भी पीछे नहीं रही। इस माध्यम से दोनों दलों ने एक-दूसरे की खूब परतें खोलीं। तब तक भी ठीक था, लेकिन जैसे ही बंद कमरों और चंद लोगों के बीच होने वाली बातें बाहर आने लगीं, तब नेताओं को सतर्क होना पड़ा।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के दो वीडियो वायरल हुए, जिसमें वे मुस्लिम समाज के लोगों से बात कर रहे थे। ये वीडियो सामने आए तो खूब हल्ला भी मचा और भाजपा ने आक्रामक तेवर भी दिखाए, लेकिन इसके बाद तो मतदाता, कार्यकर्ता या अपने नेताओं से बात करते हुए प्रत्याशियों में तीसरी नजर (कैमरे) का खौफ देखा गया।
प्रलोभन तो छोड़ो, बोल भी नहीं पाए
राऊ से कांग्रेस के प्रत्याशी जीतू पटवारी का 'आप मेरा ध्यान रखना, पार्टी तेल लेने गई" वीडियो वायरल होने के बाद नेताओं-प्रत्याशियों ने जैसे कैमरे और मोबाइल देखकर बोलना शुरू कर दिया। कई जगह देखने को मिला कि घर-घर प्रचार के दौरान प्रत्याशियों ने बोलने से पहले यह देखा कि कोई वीडियो तो नहीं बना रहा है। मतदाताओं से बात करते, वादे करते और उन्हें कुछ बताते समय प्रत्याशियों की नजरें मोबाइल पर ही टिकी रहीं। प्रत्याशियों को डर रहा कि उनके मुंह से निकली कोई बात छवि खराब न कर दे, जो चुनाव में भारी पड़ जाए।
ये वीडियो हुए वायरल
- राऊ से कांग्रेस के प्रत्याशी और वर्तमान में विधायक जीतू पटवारी ने एक बुजुर्ग मतदाता से वोट की मांग करते हुए कहा था कि 'आप मेरा ध्यान रखना, पार्टी तेल लेने गई।" यह वीडियो वायरल हो गया। वीडियो को भाजपा ने खूब भुनाया।
- प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के दो वीडियो वायरल हुए। इनमें वे मुस्लिम कार्यकर्ताओं से संघ को लेकर सतर्कता बरतने और मुस्लिम वोट का प्रतिश्ात बढ़ाने की बात कर रहे हैं। दोनों वीडियो को भाजपा ने कांग्रेस के खिलाफ ही प्रचारित किया।
- पूर्व मंत्री सरताज सिंह के भी दो वीडियो वायरल हुए। इसमें वे फोन पर कह रहे हैं कि 'रिस्क है तो बता रहा हूं, वह लड़ेगा तो मैं कैसे मना करूंगा। जीती सीट को हारने की कगार पर क्यों ले जा रहे।" इन पर भी खासा बवाल मचा। दूसरे वीडियो में वे कार्यकर्ताओं से बात करते नजर आए जिसमें उनके आंसू भी छलक गए।
- पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का भी वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वे सर्किट हाउस में बैठे कह रहे हैं कि 'भाषण देने इसलिए नहीं जाता कि उनके जाने से वोट कट जाते हैं।"
- हाटपिपल्या सीट से भाजपा प्रत्याश्ाी और राज्यमंत्री दीपक जोशी का वीडियो भी खूब वायरल हुआ। जोशी मतदाताओं की नाराजगी का सामना कर रहे थे। हालांकि उन्होंने इसे सामान्य बात बताया था।