MP Election 2018 : रोज 15 किमी घूम रहे प्रत्याशी, ऐसे रख रहे खुद को फिट
MP Election 2018 : कम वक्त में ज्यादा वोटर्स तक पहुंचने के लिए प्रत्याशी इस फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं।
जबलपुर। मतदान में अब सिर्फ 15 दिन बाकी हैं। जिस कारण प्रत्याशियों ने जनसंपर्क तेज कर दिया है। दिनभर इलाकों में घूम रहे हैं। वक्त कम और मतदाता ज्यादा हैं, इसलिए हर किसी की कोशिश है कि वह अधिक से अधिक मतदाताओं के पास पहुंच सकें। लिहाजा वह 12 घंटे घूम फिरकर औसत 5 से 8 हजार मतदाताओं से मिलने का लक्ष्य तय करते हैं।
ऐसे में प्रत्याशी के लिए खुद को शारीरिक और मानसिक तौर पर चुस्त रखना किसी चुनौती से कम नहीं है। सुबह 8 से शुरू हुआ जनसंपर्क रात 10 बजे तक चलता है। भाजपा-कांग्रेस के अलावा चुनाव मैदान में खड़े अन्य सभी दलों के प्रत्याशी फिटनेस को लेकर बेहद संजीदा हैं।
जनसंपर्क का लंबा सफर तय करने के लिए वो पेय पदार्थ पर ज्यादा भरोसा कर रहे हैं। अधिकतर प्रत्याशी जिनके टिकट पहले से लगभग तय माने जा रहे थे, उन्होंने तो नामांकन के काफी पहले से फिटनेस पर जोर देना शुरू कर दिया है। लेकिन जिन नेताओं की टिकट आखिरी वक्त पर फाइनल हुई उन्हें जनसंपर्क के लिए फिटनेस मेनटेन करने में काफी मुश्किल हो रही है।
डाइटीशियन से तैयार करा रहे अपना डाइट चार्ट
नेताओं ने सेहत के लिहाज से अपना डाइट चार्ट तैयार करवा रखा है। भाजपा-कांग्रेस के अधिकतर उम्मीदवारों की उम्र 50 के पार है। इनमें कुछ को हार्ट, शुगर जैसी बीमारी भी है। ऐसे में संतुलित भोजन के साथ लोगों के बीच पहुंचने की दोहरी चुनौती इनके सामने है। हर नेता सुबह हल्के नाश्ते के साथ तरल पेय पदार्थ ही ले रहा है।जनसंपर्क के दौरान तरल पेय ही ले रहे हैं।
ऐसे रखते हैं सेहत का ध्यान
-सुबह उठने के साथ योग या ध्यान करते हैं।
-हल्का नाश्ता करने के साथ प्रचार पर निकलते हैं।
-जनसंपर्क के दौरान जूस और अन्य पेय पदार्थ का इस्तेमाल करते हैं।
-15 किमी का सफर तय करने के बाद रात में सोने से पहले गुनगुने पानी में पैरों की सिंकाई।
शहर में ऐसा होता है प्रचार
-शहर में बूथ और वार्ड में जनसंपर्क होता है।
-हर दिन प्रत्याशी औसत 3 वार्ड घूमते हैं।
-प्रचार खत्म होने से पहले विधानसभा के हर घर में दस्तक की कोशिश।
- 5 से 8 हजार लोगों से मिलने का लक्ष्य।
- मोहल्लों में किसी वरिष्ठ या प्रतिष्ठित समर्थक के निवास पर लोगों की बैठक करते हैं।
एक दिन में 10 गांवों के लोगों से मिलने का रखा लक्ष्य
-प्रत्याशी हर दिन औसत 8-10 गांव में घूमने की कोशिश करता है
-ग्रामीण विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्याशी को हर दिन तकरीबन 20-22 किमी का सफर तय करना होता है।
-प्रत्याशी करीब 8-9 हजार लोगों के बीच संपर्क करने की कोशिश करते हैं।