MP Election 2018: मतदान का दिन पास आते ही प्रलोभन की गतिविधियां बढ़ती हैं, नजर रखें : चुनाव आयोग
MP Election 2018 : चुनाव आयोग की फुल बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पर्यवेक्षकों को निर्देश दिए हें। 14 हजार केंद्रों पर वेबकास्टिंग होगी।
भोपाल। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के मतदान की तैयारियों में जुटे निर्वाचन आयोग ने मैदानी अफसरों से बात करने के बाद अब पर्यवेक्षकों से फीडबैक लिया।
मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोग की फुल बेंच ने सामान्य, व्यय और पुलिस पर्यवेक्षकों से बात की। इस दौरान निर्देश दिए गए कि मतदान का दिन पास आते ही प्रलोभन देने की गतिविधियां बढ़ती हैं, नजर रखें। अवैध शराब और नकदी जब्त करने की कार्रवाई जारी रहे। साथ ही 14 हजार केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी, इनकी निगरानी करें।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी रावत, निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोरा और अशोक लवासा ने प्रदेश में तैनात सभी पर्यवेक्षकों से फीडबैक लिया। बालाघाट, जबलपुर, भिंड, मुरैना, ग्वालियर, रीवा, भोपाल, इंदौर सहित अन्य जिलों में तैनात पर्यवेक्षकों से एक-एक मुद्दे पर बात की।
बालाघाट के पर्यवेक्षक से पुलिस बल की तैनाती की योजना के बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के साथ मिलकर रणनीति बनाई गई है। केंद्रीय बल को तैनात करने के लिए स्थान भी चिन्हित कर लिए हैं।
व्यय नियंत्रण के मद्देनजर आयोग ने पर्यवेक्षकों से कहा कि मतदान का दिन पास आते ही प्रलोभन देने की गतिविधियां बढ़ेंगी। इस पर नजर रखें और अवैध शराब और नकदी जब्त करने की कार्रवाई मुस्तैदी के साथ चलती रहे। आर्थिक गतिविधियों की वजह से संवेदनशील विधानसभा क्षेत्रों में हर गतिविधि पर नजर रखी जाए। 14 हजार संवेदनशील मतदान केंद्रों पर इस वार वेबकास्टिंग और सीसीटीवी के जरिए निगरानी का निर्णय लिया गया है। इस व्यवस्था का पूरा उपयोग करें।
आयोग के अधिकारियों ने फोटोयुक्त मतदाता पर्ची वितरण की स्थिति पर्यवेक्षकों से पूछी। ज्यादातर पर्यवेक्षकों ने बताया कि अधिकांश जगहों पर मतदाता पर्ची बंटना शुरू हो गई है। 23 नवंबर तक सभी मतदाताओं तक पर्ची पहुंच जाएगी। इसके लिए जिलेवार कार्यक्रम तैयार हुआ है।
मतदान केंद्रों में मतदाता की सुविधा के बारे में भी आयोग को जानकारी दी गई। इस दौरान मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी वीएल कांताराव, अतिरिक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी लोकेश जाटव सहित निर्वाचन कार्यालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे।
आप हमारे आंख, नाक और कान हैं
बैठक में आयोग के पदाधिकारियों ने पर्यवेक्षकों से कहा कि आप हमारा चेहरा हैं। आंख, नाक और कान हैं। जो भी शिकायत आए, उसकी रिपोर्ट तत्काल भेजें।