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Madhya Pradesh Election Result 2018: इस बार भी सही होता दिख रहा बैतूल सीट का संयोग

Madhya Pradesh Election Result 2018 इस बार भाजपा ने हेमंत खंडेलवाल को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने निलेश डागा को उतारा है।

By Sonal SharmaEdited By: Published: Mon, 10 Dec 2018 06:10 PM (IST)Updated: Tue, 11 Dec 2018 12:13 PM (IST)
Madhya Pradesh Election Result 2018: इस बार भी सही होता दिख रहा बैतूल सीट का संयोग
Madhya Pradesh Election Result 2018: इस बार भी सही होता दिख रहा बैतूल सीट का संयोग

बैतूल। मध्यप्रदेश विधानसभा की 230 सीटों की मतगणना जारी है। भाजपा और कांग्रेस, दोनों आश्वस्त हैं कि प्रदेश में उनकी सरकार बनेगी। इस बीच, बैतूल विधानसभा का एक मजेदार संयोग सामने आया है। अब तक के चुनाव परिणाम बताते हैं कि यहां जिस पार्टी का विधायक बनता है, प्रदेश में भी सत्ता उसकी को मिलती है। इस बार भी ऐसा ही होता लग रहा है। प्रदेश में कांग्रेस बहुमत की ओर है और बैतूल में कांग्रेश प्रत्याशी निलय डागा 4385 मतों से आगे चल रहे हैं। 

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जानिए पिछले 14 विधानसभा चुनावों का हिसाब-किताब
प्रदेश में वर्ष 1962 में कांग्रेस के द्वारका प्रसाद मिश्र की सरकार बनी थी और उस समय बैतूल विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के दीपचंद गोठी विधायक चुने गए थे। वर्ष 1967 में जब संविद सरकार बनी तो यहां जीडी खंडेलवाल विधायक चुने गए थे। इसी तरह वर्ष 1972 में बैतूल के मतदाताओं ने कांग्रेस के मारोति पांसे को विधायक चुना था, तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और प्रकाशचंद सेठी मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 1977 में जब भाजपा की सरकार बनी तो बैतूल की जनता ने भाजपा से जुड़े माधव नासेरी को विधायक चुना था। हालांकि स्व. नासेरी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था।

वर्ष 1980 के चुनाव में डॉ. अशोक साबले को विधायक चुना था और प्रदेश में भी कांग्रेस की सरकार बनी और अर्जुनसिंह मुख्यमंत्री बने थे। वर्ष 1985 में भी कांग्रेस के अशोक साबले विधायक चुने गए और प्रदेश में मोतीलाल वोरा के नेतृत्व में कांग्रेस की ही सरकार काबिज हुई थी। वर्ष 1990 में भाजपा प्रत्याशी भगवत पटेल को विधायक चुना तो प्रदेश में भाजपा के सुंदरलाल पटवा मुख्यमंत्री बने थे।

वर्ष 1993 में एक बार फिर कांग्रेस के डॉ. अशोक साबले को विधायक चुना तो दिग्विजय सिंह की सरकार बनी। वर्ष 1998 के चुनाव में कांग्रेस ने विनोद डागा को मैदान में उतारा और बैतूल के मतदाताओं ने उन्हें जीत दिलाई तो प्रदेश में दूसरी बार कांग्रेस के दिग्विजय सिंह की सरकार बनी थी।

वर्ष 2003 में भाजपा के शिवप्रसाद राठौर को विधायक चुना तो उमा भारती की सरकार प्रदेश की सत्ता पर काबिज हो गई। वर्ष 2008 में भाजपा के अलकेश आर्य जीतने में सफल रहे और प्रदेश में शिवराज सिंह की सरकार काबिज हुई।

वर्ष 2013 में भाजपा के हेमंत खंडेलवाल को बैतूल विधानसभा सीट से जीत मिली थी और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी। बहरहाल जिले ही नहीं, बल्कि प्रदेश में भी राजनीति की समझ रखने वाले लोग बैतूल के मिथक पर आश्चर्य करते हैं।

इस बार इनके बीच मुकाबला
भाजपा ने हेमंत खंडेलवाल को टिकट दिया है, वहीं कांग्रेस ने निलय डागा को उतारा है। हेमंत खंडेलवाल एलएलबी तक पढ़े हैं, वहीं निलय ने एमकॉम तक पढ़ाई की है। हेमंत की सम्पत्ति 8 करोड़ है, वहीं निलेश के पास 86 करोड़ है। दोनों ही नेताओं के खिलाफ कोई आपराधिक मामला नहीं है।


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