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कर्नाटक में नई सरकार चुनने के लिए मतदान आज, मैदान में 2600 उम्मीदवार

राज्य में 2,600 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 4.96 करोड़ से अधिक मतदाता उनके भाग्य का फैसला करेंगे।

By Manish NegiEdited By: Published: Fri, 11 May 2018 10:03 PM (IST)Updated: Fri, 11 May 2018 11:48 PM (IST)
कर्नाटक में नई सरकार चुनने के लिए मतदान आज, मैदान में 2600 उम्मीदवार
कर्नाटक में नई सरकार चुनने के लिए मतदान आज, मैदान में 2600 उम्मीदवार

बेंगलुरु, प्रेट्र/आइएएनएस। तीन माह से ज्यादा समय तक चले जोरदार चुनावी अभियान के बाद कर्नाटक में नई सरकार चुनने के लिए आज सुबह वोट डाले जाएंगे। मतदान सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक होगा। राज्य में मुख्य लड़ाई सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के बीच है। ज्यादातर चुनावी सर्वेक्षणों में त्रिशंकु विधानसभा की भविष्यवाणी की गई है। ऐसे में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जनता दल (सेकुलर) की भूमिका नई सरकार के गठन में निर्णायक साबित हो सकती है।
राज्य में 2,600 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 4.96 करोड़ से अधिक मतदाता उनके भाग्य का फैसला करेंगे।राज्य में 55,600 से अधिक मतदान केंद्र बनाए गए हैं। शांत और निष्पक्ष मतदान के लिए 3.5 लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात किए जाएंगे। एक मोबाइल एप के जरिये पहली बार मतदाता मतदान केंद्रों पर कतार की स्थिति के बारे में भी जान पाएंगे। 1985 के बाद से कोई पार्टी लगातार दो बार चुनाव नहीं जीत पाई है। 1985 में रामकृष्ण हेगड़े के नेतृत्व में जनता पार्टी दोबारा चुनाव जीतकर सत्ता में आई थी। उसके बाद से हर चुनाव में सरकार बदलती रही है।

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राजराजेश्वरी नगर में 28 को मतदान

चुनाव आयोग ने आरआर नगर में हजारों फर्जी वोटर आईडी कार्ड मिलने के बाद यहां होने वाले चुनाव की तारीख टाल दी है। राज राजेश्वरी सीट का चुनाव रद करने की मांग एक दिन पहले ही भाजपा ने की थी। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने शिकायत को सही पाते हुए उक्त सीट पर मतदान अब 12 मई की बजाय 28 मई को कराने का फैसला किया है। वहां कांग्रेस प्रत्याशी के घर से बड़ी संख्या में फर्जी वोटर आइकार्ड पाए गए गए। इसी बीच चुनाव आयोग का फैसला आते ही भाजपा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि चुनाव आयोग के इस फैसले से कांग्रेस बेनकाब हुई है। उसका असली चेहरा सामने आया है। उन्होंने कहा कि आयोग ने अपने फैसले में माना है कि कांग्रेस प्रत्याशी की तरफ से मतदाता पहचान पत्रों को जुटाने का यह काम करीब एक महीनें पहले से चल रहा था। साथ ही जिस तरीके से बड़े पैमाने पर पहचान पत्र, कम्प्यूटर और प्रिंटर बरामद हुए है, उससे साफ है कि वह चुनाव में गड़बड़ी करने के लिए एक बड़ी साजिश की तैयारी में थे। 


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