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कर्नाटक : निर्वाचित 221 विधायकों में से 215 करोड़पति, भाजपा के रामदास सबसे गरीब

कर्नाटक विधानसभा के निर्वाचित विधायकों में भाजपा के एसए रामदास सबसे गरीब विधायक हैं।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Thu, 17 May 2018 01:59 PM (IST)Updated: Fri, 18 May 2018 07:35 AM (IST)
कर्नाटक : निर्वाचित 221 विधायकों में से 215 करोड़पति, भाजपा के रामदास सबसे गरीब
कर्नाटक : निर्वाचित 221 विधायकों में से 215 करोड़पति, भाजपा के रामदास सबसे गरीब

नई दिल्‍ली [ जेएनएन ]। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी भले ही सबसे बड़ी पार्टी हो, लेकिन सर्वाधिक करोड़पति विधायकों के मामले में कांग्रेस अव्‍वल है। इतना ही नहीं निर्वाचित तीन सबसे अमीर विधायक भी कांग्रेस के ही हैं। सबसे गरीब विधायकों की सूची में कांग्रेस का कोई भी नेता टॉप 3 में नहीं है। विधानसभा के निर्वाचित विधायकों में भाजपा के एसए रामदास सबसे गरीब हैं।

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कर्नाटक विधानसभा में चुने गए 221 विधायकों में से 215 करोड़पति हैं। यानी 97 फीसद विधायक करोड़पति हैं। हालांकि, करोड़पतियों के मामले में कांग्रेस और भाजपा विधायकों में बहुत ज्‍यादा अंतर नहीं है। दोनों दलों के बीच महज एक फीसद का ही अंतर है।

तीन सबसे गरीब विधायक
कृष्‍णाराज विधानसभा सीट से निर्वाचित भाजपा विधायक एसए रामदास 221 विधायकों की सूची में सबसे गरीब नेता हैं। हालांकि, उनके पास 39 लाख की चल-अचल संपत्ति है। दूसरे नंबर पर जेडीएस के विधायक एएस रविंद्रा हैं। उनके पास 68 लाख संपत्ति है। इस मामले में बसपा के एन महेश तीसरे नंबर पर हैं। कोलेगल विधानसभा से निर्वाचित विधायक महेश के पास 75 लाख रुपये की चल-अचल संपत्ति है।

कांग्रेस के सर्वाधिक धनी विधायक
होसाकोटी विधानसभा सीट से निर्वाचित कांग्रेस के एन. नागाराजू सबसे अमीर विधायक हैं। उनके पास 1015 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के कनकपुरा विधानसभा सीट से विजयी डीके शिवकुमार के पास 840 करोड़ रुपये की संपत्ति है। तीसरे स्‍थान पर भी कांग्रेस का ही नाम है। हेब्‍बल विधानसभा सीट से निर्वाचित कांग्रेस विधायक सुरेश बीएस के पास 416 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति है।

साल दर साल बढ़ती गई औसत संपत्ति
कर्नाटक में विधायकों की औसत संपत्ति साल दर साल बढ़ी है। अगर तीन विधानसभाओं का तुलनात्‍मक अध्‍ययन करें तो इसमें तीन गुणा से ज्‍यादा का इजाफा हुआ है। वर्ष 2008 की विधानसभा में विधायकों की औसत संपत्ति 10.05 करोड़ रुपये थी। वर्ष 2013 में औसत संपत्ति बढ़कर 23.54 करोड़ रुपये हो गई। वर्ष 2018 में यह बढ़कर तीन गुणा हो गई। यानी 34.59 करोड़ रुपये। वर्ष 2008 के विधानसभा चुनाव में 63 फीसद करोड़पति  प्रत्‍याशी चुनाव जीतकर आए। वहीं, वर्ष 2013 और 2018 में क्रमश: 93 और 97 फीसद प्रत्‍याशियों ने जीत दर्ज की।

दलवार करोड़पति की एक तस्‍वीर
भाजपा के निर्वाचित 98 फीसद विधायक करोड़पति हैं, जबकि कांग्रेस के 99 फीसद हैं। जेडीएस तीसरे नंबर पर है। उसके 95 फीसद विधायक करोड़पति हैं। इस मामले में वर्ष 2013 में भी कांग्रेस अव्‍वल थी। सदन में कांग्रेस के 95 फीसद तो भाजपा के 93 फीसद विधायक करोड़पति थे। 


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