Jharkhand Assembly Election: सरकार किसी की भी बने, बिहार के सियासी दलों की भागीदारी तय
Jharkhand Assembly Election झारखंड में विधानसभा चुनाव पांच चरणों में हो रहा है। चुनाव परिणाम के बाद वहां बनने वाली सरकार में बिहार के राजनीतिक दलों की भूमिका अहम रहेगी।
पटना [राज्य ब्यूरो]। Jharkhand Assembly Election: झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Assembly Election) का परिणाम आने के बाद जिस दल (Political Party) व गठबंधन (Political Alliance) की सरकार (Government) बने, बिहार के राजनीतिक दलों की भागीदारी तय मानी जा रही है। वहां राष्ट्रीय जनता दल (RJD), जनता दल यूनाइटेड (JDU) और लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के उम्मीदवार मैदान में ताल ठोक रहे हैं।
जेएमए व कांग्रेस गठबंधन में आरजेडी पार्टनर
झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) व कांग्रेस (Congress) गठबंधन में आरजेडी पार्टनर की हैसियत से शामिल है। उसे सात सीटें दी गई हैं। पार्टी ने तालमेल का सम्मान करते हुए अतिरिक्त सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारा है। लोकसभा चुनाव में गठबंधन में शामिल रहने के बावजूद एक सीट पर आरजेडी और कांग्रेस के बीच दोस्ताना मुकाबला हुआ था।
बीजेपी के मुकाबले खड़े जेडीयू व एलजेपी के उम्मीदवार
आरजेडी का हिसाब अलग है। उसके विधायक महागठबंधन के साथ रहेंगे। सरकार बनने की नौबत आई तो संख्या के अनुपात में आरजेडी के विधायकों को मंत्रिमंडल (Cabinet) में भी जगह दी जाएगी। लेकिन, जेडीयू और एलजेपी ने साफ कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ उनका गठबंधन केवल बिहार में है।
बीजेपी सरकार बनाने में मददगार हो सकते जेडीयू-एलजेपी
बीजेपी, एलजेपी व जेडीयू बिहार के बाहर चुनाव लडऩे के बारे में फैसला करने के लिए दोनों दल स्वतंत्र हैं। फिर भी उम्मीद यही की जा रही है कि अगर इनकी मदद से बीजेपी की सरकार बन सकती है तो दोनों दल उसी का साथ देंगे। जाहिर है, एवज में इन दलों के विधायक सरकार में भी जगह पाएंगे। बीजेपी इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है। संकेत है कि चुनाव के बाद समान विचारधारा के दलों से तालमेल किया जाएगा।
पांच चरणों में हो रहा झारखंड विधानसभा चुनाव
झारखंड में पांच चरणों में विधानसभा का चुनाव हो रहा है। अंतिम चरण के मतदान के लिए तीन दिसम्बर नामांकन की आखिरी तारीख है। अब तक जेडीयू ने 48 और लोजपा ने 40 उम्मीदवार उतारे हैं। दोनों दलों ने सभी 81 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का एलान किया था। अब इस संख्या को हासिल करना संभव नहीं है। जेडीयू के साथ एक खास बात यह है कि उसे झारखंड में बीजेपी की पहली सरकार बनाने का श्रेय हासिल है तो उसने कभी झारखंड मुक्ति मोर्चा की भी सरकार बनाने में साथ दिया था।