Jharkhand Assembly Election 2019. दूसरे चरण में भी टोकन सिस्टम फेल, मतदान केंद्रों पर दिखी लंबी कतार
Jharkhand Election 2019. दूसरे चरण के मतदान के दौरान कई जगहों पर मतदाताओं को बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं थी। कई बूथों पर टोकन मिलने के बावजूद लाइन में लगे रहे।
रांची, राज्य ब्यूरो। पहले चरण के 13 विधानसभा क्षेत्रों में मतदान के लिए टोकन व्यवस्था फेल होने के बाद दूसरे चरण में इसमें कुछ सुधार नजर आया। इसके बावजूद, कई बूथों पर यह पूरी तरह फेल था। वहां मतदाता लंबी कतारों में खड़े दिखे। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान केंद्रों पर लंबी लाइनें थीं, जहां मतदाताओं को बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी।
चुनाव आयोग ने पहली बार मतदान में टोकन सिस्टम को लागू किया है, जिससे मतदाताओं को लंबी कतारों में खड़ा नहीं रहना पड़े। इसके पीछे कांसेप्ट यह है कि मतदाता टोकन लेकर वहीं उपलब्ध कुर्सियों पर बैठें और अपनी बारी आने के बाद मतदान कर सकें। लेकिन, पहले चरण में अधिसंख्य बूथों पर यह सिस्टम पूरी तरह फेल नजर आया। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे ने इसपर नाराजगी भी जाहिर की थी।
उन्होंने अन्य चरणों के मतदान में इस व्यवस्था को पूरी तरह लागू करने का सख्त निर्देश जिला निर्वाचन पदाधिकारियों को दिया था। इसके बावजूद दूसरे चरण में कई ऐसे मतदान केंद्र दिखे, जहां यह सिस्टम कारगर नहीं हो पाया। मतदाता लंबी लाइन में खड़े रहे। उनके बैठने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी। कई मतदान केंद्रों पर स्कूल बेंच पर ही बैठने की व्यवस्था की गई थी।
सिसई के कूदा मध्य विद्यालय में मतदाता लंबी कतार में खड़े थे। कुछ महिला मतदाता कतार में लंबे समय तक खड़ी रहने के बाद वहीं बैठ जा रही थीं। खूंटी के लोयला कॉन्वेंट स्कूल, तमाड़ के हेंठ बालालौंग स्थित राजकीयकृत मध्य विद्यालय मतदान केंद्र, खूंटी के लूथेरन मध्य विद्यालय आदि मतदान केंद्रों पर लंबी कतारों में मतदाता खड़े दिखे। कई स्कूलों में मतदाताओं को टोकन दिया गया था, लेकिन इसके बावजूद मतदाता कतार में खड़े थे।
'निश्चित रूप से पहले चरण के विधानसभा क्षेत्रों में टोकन व्यवस्था पूरी तरह लागू नहीं हो पाई थी। मतदाताओं को बैठने की व्यवस्था के सख्त निर्देश के बाद दूसरे चरण में इसमें काफी सुधार हुआ है। हालांकि, कई जगहों पर टोकन और बैठने की व्यवस्था के बावजूद मतदाता कतार में खड़े रहे। शेष चरणों में इसमें और भी सुधार किया जाएगा।' -विनय कुमार चौबे, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, झारखंड।