Jharkhand Election Result 2019: रघुवर-हेमंत में बढ़ी तकरार, थाने से आयोग तक शिकायत
Jharkhand Election Result 2019 चुनाव आयोग का दफ्तर भी गुरुवार को राजनीतिक दलों की आपसी शिकायतों का गवाह बना। भाजपा और झामुमो यहां भी विवादित बयानों को लेकर आमने-सामने हुए।
बयानों पर बवाल
- सोरेन ने दुमका में सीएम के खिलाफ दर्ज कराई प्राथमिकी, रांची में हेमंत के खिलाफ भाजपाई पहुंचे थाने
- चुनाव आयोग में भी दोनों आमने-सामने, हेमंत के विवादित बयान पर रिपोर्ट तलब
- रघुवर पर जातिसूचक गाली देने का आरोप लगा तो गेरुआ पहनने वालों पर टिप्पणी कर फंसे हेमंत
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Election Result 2019 झारखंड की चुनावी सभाओं में भाषणों का दौर थमते ही नेताओं का एक-दूसरे के खिलाफ विवादित बयानों का सिलसिला तो खत्म हो गया, लेकिन इनसे उपजे विवाद अब भी नेताओं का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं। अंतिम चरण के मतदान के एक दिन पहले गुरुवार को यह विवाद चरम पर पहुंचता दिखा। झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने दुमका के एससी-एसटी थाने में मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करा दी, तो रांची के चुटिया थाने में गेरुआ पहनने वालों के बारे में हेमंत की ओर से दिए गए आपत्तिजनक बयान के खिलाफ चुटिया साहू टोली निवासी छत्रधारी महतो ने शिकायत की।
उधर चुनाव आयोग का दफ्तर भी गुरुवार को राजनीतिक दलों की आपसी शिकायतों का गवाह बना। भाजपा और झामुमो यहां भी विवादित बयानों को लेकर आमने-सामने हुए। वहीं गेरुआ पहनने वालों पर हेमंत की अमर्यादित टिप्पणी से नाराज ङ्क्षहदू संगठनों ने भी झामुमो नेता के खिलाफ जगह-जगह विरोध-प्रदर्शन किया। हेमंत का आरोप है कि बुधवार को जामताड़ा के मिहिजाम में हुई चुनावी सभा में मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उनके खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी की और जातिसूचक गाली भी दी।
दुमका में सीएम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद हेमंत ने कहा कि मुख्यमंत्री कई बार सदन से लेकर संथाल परगना की सभाओं में मेरे खिलाफ अपशब्दों का उपयोग कर चुके हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य के मुख्यमंत्री की ऐसी भाषा से सभी मर्माहत हैं। नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहने के बावजूद आज मुझे कानून की मदद लेनी पड़ रही है। उधर चुनाव आयोग में शिकायत किए जाने के बाद झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन के विवादित बयान को लेकर पाकुड़ और साहिबगंज के उपायुक्तों से रिपोर्ट तलब की गई है। वहीं, झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने मुख्यमंत्री रघुवर दास के एक भाषण पर कड़ी आपत्ति जताते हुए अपने कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को अपशब्द कहने की शिकायत चुनाव आयोग से की है।
हेमंत पहुंचे थाना, मुख्यमंत्री के खिलाफ की जातिसूचक गाली देने की शिकायत
झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री रघुवर दास पर जाति सूचक गाली देने का आरोप लगाते हुए गुरुवार की शाम एससीएसटी थाना में लिखित आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की। हेमंत ने खुद एसडीपीओ पूज्य प्रकाश को आवेदन दिया। आवेदन के साथ उन्होंने एक समाचार पत्र की कङ्क्षटग दी, जिसमें उनके आरोप को दर्शाती हुई खबर प्रकाशित हुई है। आवेदन में लिखा है कि 18 दिसंबर को मुख्यमंत्री ने जामताड़ा जिले के मिहिजाम में चुनावी सभा को संबोधित करते वक्त उनके उपनाम को जाति सूचक गाली दी। उन्होंने पुलिस से मामला दर्ज कर सुसंगत धाराओं के तहत कार्रवाई करने की मांग की। हेमंत ने कहा कि मुख्यमंत्री कई बार सदन से लेकर संथाल परगना की सभाओं में उनके लिए अपशब्दों का उपयोग कर चुके हैं, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। राज्य के मुख्यमंत्री की ऐसी भाषा से सभी मर्माहत हैं। नेता प्रतिपक्ष के पद पर रहने के बावजूद उन्हें आज कानून की मदद लेनी पड़ रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की ओर से लिखित आवेदन मिला है। जिसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास पर जातिसूचक गाली देने का आरोप लगाया है। आवेदन के आधार पर सुसंगत धारा के तहत मामला दर्ज आगे की कार्रवाई की जाएगी। पूज्य प्रकाश, एसडीपीओ, दुमका
फुरकान मामले में आयोग ने मांगी रिपोर्ट
इधर, मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय चौबे ने जामताड़ा में कांग्रेस प्रत्याशी इरफान अंसारी के पिता फुरकान अंसारी द्वारा एक गांव में पैसे बांटने की शिकायत के मामले में उपायुक्त को कार्रवाई कर एक्शन टेकेन रिपोर्ट देने को कहा है। भाजपा ने भी इस मामले की शिकायत मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को करते हुए पूर्व सांसद फुरकान अंसारी को जिला व राज्य बदर करने की मांग की है। भाजपा ने आरोप लगाया है कि फुरकान अपने बेटे इरफान अंसारी के पक्ष में मतदान कराने के लिए अवैध ढंग से पैसे व शराब अपने समर्थकों के माध्यम से बंटवा रहे थे।
राहुल गांधी मामले में कोई कार्रवाई नहीं
चुनाव आयोग ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की एक जनसभा में विवादित बयान देने पर कोई कार्रवाई नहीं की। बताया जाता है कि संबंधित उपायुक्तों ने अपनी रिपोर्ट में इसे आचार संहिता का उल्लंघन नहीं पाया। उपायुक्तों की रिपोर्ट भारत निर्वाचन आयोग को भी भेज दी गई है।
हेमंत सोरेन के विवादित बयान पर थाने में शिकायत
पूर्व मुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन के विवादित बयान देने के मामले में उनके खिलाफ रांची के चुटिया थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है। उनके खिलाफ देशद्रोह, सामाजिक विद्वेष फैलाने, धार्मिक उन्माद फैलाने, सामाजिक समरसता बिगाडऩे तथा धर्म विशेष के लोगों के खिलाफ अपमानजनक बयान देने का आरोप लगाया गया है। शिकायत चुटिया साहु टोली निवासी छत्रधारी महतो ने दर्ज कराई है। जिसमें कहा है कि बीते 18 दिसंबर को पाकुड़ में प्रियंका गांधी की जनसभा में हेमंत सोरेन ने गेरुआ वस्त्र पहनकर बहू-बेटियों की अस्मत लूटने संबंधित बयान दिया था। शिकायतकर्ता छत्रधारी महतो ने कहा है इस बयानबाजी से गेरुआ वस्त्र धारण करने वाले साधु संतों सहित समुदाय विशेष की भावनाओं को ठेस पहुंचा है।
वाम दलों के प्रदर्शन पर एफआइआर दर्ज
आदर्श चुनाव आचार संहिता उल्लंघन को लेकर रांची के कोतवाली थाना में वामदलों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। फ्लाइंग स्क्वायड टीम के मजिस्ट्रेट रतिया टोप्पो के आवेदन पर एफआइआर दर्ज की गई है। जिसमें कहा गया है कि झारखंड में विधानसभा चुनाव को लेकर पूरे राज्य में आचार संहित लागू है। लेकिन वामदलों ने बिना अनुमति के मार्च निकाला। वामदलों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सैनिक बाजार से अलबर्ट एक्का चौक तक प्रतिवाद मार्च निकाला था। इसमें भाकपा माले, माकपा और मासस के जिला अध्यक्ष, अन्य पदाधिकारी व सहयोगियों को आरोपित बनाया गया है।