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PM Modi in Jharkhand: श्रीराम से अंजनधाम तक, गुमला को गदगद कर गए पीएम Jharkhand Election 2019

PM Modi in Jharkhand पीएम ने अपने चुनावी दौरे में आदिवासी हितों के बहाने बड़े वोट बैंक को दिया संदेश केंद्र की योजनाओं की सीढ़ी बनाकर दिलों में उतरे।

By Alok ShahiEdited By: Published: Tue, 26 Nov 2019 08:59 AM (IST)Updated: Tue, 26 Nov 2019 08:59 AM (IST)
PM Modi in Jharkhand: श्रीराम से अंजनधाम तक, गुमला को गदगद कर गए पीएम Jharkhand Election 2019

रांची, राज्य ब्यूरो।  PM Modi in Jharkhand प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव की घोषणा के बाद पहली बार झारखंड पहुंचे तो गुमला को गदगद करते गए। श्रीराम की चर्चा से लेकर अंजन धाम तक पहुंचे मोदी ने आदिवासी हितों की बात की। उनके लिए घर से लेकर स्वास्थ्य तक की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए बताया कि पिछड़ा क्षेत्र होते हुए भी गुमला के लोगों को वही सुविधा मिलेगी जो रांची को मिल रही है। प्रधानमंत्री लोगों को यह बताने में सफल हुए कि केंद्र की योजनाएं अब भेदभाव रहित हैं और इससे सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य निश्चित तौर पर गुमला और आसपास की सात आरक्षित सीटों (गुमला, विशुनपुर, सिसई, सिमडेगा, कोलेबिरा, मांडर और लोहरदगा) का आदिवासी समुदाय था।

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सभा समाप्त होने के बाद गांव लौट रहे लोग प्रधानमंत्री का संदेश लेते गए। घर लौट रहे सिसई के सुरेंद्र ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अंजनधाम की चर्चा की है और अब लगता है कि इस इलाके का विस्तार होगा। उनके साथ मौजूद छोटेलाल कहते हैं कि स्वास्थ्य को लेकर सबको एक जैसी सुविधा मिलनी बड़ी बात है। अपनी भाषा में बताते हैं कि हम लोगों को कभी उम्मीद नहीं थी कि ऐसी सुविधाएं सभी के लिए होंगी। उनके घर में पहले ही सिलिंडर पहुंच चुका है जिससे खास गदगद भी थे। सभी गरीबों को पक्का घर मिलने की बात और उसमें अपने हिसाब से घर बनाने की आजादी भी लोगों के बीच चर्चा का विषय रहा। यह भी बता दिया कि घरों का आवंटन किसी नेता के हाथ में नहीं है बल्कि इसकी सूची बनी है जिसके अनुसार काम हो रहा है। पहले की तरह अब छोटे घर नहीं बनेंगे।

पीएम कृषि सम्मान निधि और मुख्यमंत्री कृषि आशीर्वाद योजना का संयुक्त लाभ और 3 हजार रुपये मासिक पेंशन की बात भी लोगों के जेहन तक पहुंची। बुजुर्ग विष्णु कार्यक्रम के बाद पेंशन के लिए नियमों पर चर्चा करते दिखे। वन उत्पादों को लेकर भी उन्होंने आदिवासियों के मन तक पहुंचने की कोशिश की। अर्जुन मुंडा को मंच की ओर से आदिवासी फेस की तौर पर पेश किया गया और प्रधानमंत्री ने उनके कार्यों की प्रशंसा भी की। इस क्षेत्र के जननायकों के साथ-साथ सिमोन उरांव, अशोक भगत, कडिय़ा मुंडा आदि को भी प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन का हिस्सा बनाया।

पीएम ने भगवान बिरसा मुंडा के नाम पर संग्रहालय निर्माण की भी चर्चा की। कहा कि इससे देश और दुनिया को प्रेरणा मिलेगी। यह भी बताया कि ङ्क्षहदुस्तान में जहां-जहां आदिवासियों ने देश के लिए बलिदान दिया है वहां उनकी जीवनी के बारे में लोगों को बताया जाएगा। पीएम अपने संबोधन में डबल इंजन की सरकार के लिए ईंधन का इंतजाम करते गए और बताया कि दूसरे दलों के को जब भी राज्य का सत्ता मिलता है तो काम रोकने के लिए बहाने किए जाते हैं।


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