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Jharkhand Assembly Election 2019: चंदनकियारी में सड़क-बिजली की बाधा दूर, रोजगार के मोर्चे पर पास नहीं हुए हुजूर

Jharkhand Assembly Election 2019. कैबिनेट मंत्री के नाते विधानसभा क्षेत्र में बड़ी योजनाएं लाने में बाउरी कामयाब रहे। रोजमर्रा में व्यक्तिगत व्यवहार पर तेजी से घेराबंदी हो रही है।

By Sujeet Kumar SumanEdited By: Published: Wed, 25 Sep 2019 05:22 PM (IST)Updated: Wed, 25 Sep 2019 05:22 PM (IST)
Jharkhand Assembly Election 2019: चंदनकियारी में सड़क-बिजली की बाधा दूर, रोजगार के मोर्चे पर पास नहीं हुए हुजूर
Jharkhand Assembly Election 2019: चंदनकियारी में सड़क-बिजली की बाधा दूर, रोजगार के मोर्चे पर पास नहीं हुए हुजूर

बोकारो, जेएनएन। Jharkhand Assembly Election 2019 - झारखंड और पश्चिम बंगाल के भौगोलिक क्षेत्रफल का मिलन स्थल चंदनकियारी विधानसभा क्षेत्र। दामोदर नदी के किनारे बसे चंदनकियारी के लोगों की आमदनी का मुख्य साधन खेती है और कोयले का धंधा, वैध के साथ अवैध भी। कंघी छाप पर जीते अमर कुमार बाउरी भाजपा में शामिल होने के बाद राजस्व एवं भूमि सुधार, कला, संस्कृति एवं युवा कार्य के साथ पर्यटन मंत्री बनाए गए तो उन्होंने चंदन की कियारी में विकास की मीठी महक जरूर बिखरने की कोशिश की।

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राजस्व मंत्री होने का पदभार संभालने के तुरंत बाद चंदनकिया री में भू बंदोबस्त सर्वे भी करा दिया। भू बंदोबस्त सर्वे पर कई गांवों से आपत्ति का जोरदार स्वर उठा। लोगों को यकीन था कि दोबारा भू बंदोबस्त सर्वे कर भूल सुधार किया जाएगा। हुआ नहीं। अब चंदनकियारी के बड़े इलाके में जमीन के लिए कसक भी है। सबसे अहम, चंदनकियारी में हमेशा जनप्रतिनिधि का आकलन उसके रोजमर्रा के व्यक्तिगत आधार पर होता रहा है। अमर कुमार बाउरी कैबिनेट मंत्री के नाते योजनाएं लाने में कामयाब रहे हैं।

व्यक्तिगत व्यवहार पर घेराबंदी हो रही है। कोयलानगरी धनबाद से इस्पात नगरी जमशेदपुर को जाने वाली मुख्य सड़क चंदनकियारी से होकर गुजरती है। जहां तक झारखंड है, वहां तक सड़क कहीं अधिक चौड़ी है और चिकनी भी। उसके बाद बंगाल का पुरुलिया जिला। बंगाल की सड़क की चौड़ाई झारखंडी सड़क की आधी। यह ग्रामीण पथ थी। कैबिनेट मंत्री बनने के बाद अमर कुमार बाउरी ने इस सड़क का नए सिरे से निर्माण करा दिया। चंदनकियारी शहर के लिए भी बाईपास सड़क का वायदा पूरा हुआ है।

बरमसिया के घोड़ागड़ा में बिजली ग्रिड बनने के बाद बल्ब में पहले से कहीं अधिक रोशनी है। बरमसिया, लाघला एवं पिंड्राजोड़ा में बिजली सब स्टेशन का निर्माण प्रगति पर है। चंदनकियारी प्रखंड कार्यालय के सामने छोटा फुटबाल स्टेडियम अब बड़ा स्वरूप ले रहा है। बिजली सब स्टेशन भी बन रहे हैं। 140 करोड़ की लागत से डेढ़ साल पहले गंवई बराज का शिलान्यास हो चुका है। कच्ची नहर का पक्कीकरण हो रहा है। काम पूरा होने के बाद 80 से अधिक गांवों के खेतों तक पानी जाएगा। इसके बावजूद चंदनकियारी में राम राज वाली बात नहीं कही जा सकती।

बेरोजगारी बड़ा मसला है। ऐसा तब है, जब कोयला का वैध और अवैध कारोबार खूब है। लोग रोजगार के लिए दूसरी जगहों पर हरेक साल पलायन कर रहे हैं। हारू रजवार विधायक थे तो चंदनकियारी के सियालजोड़ी में इलेक्ट्रो स्टील की स्थापना हुई थी। फिर भी हरेक साल हजारों लोग रोजगार के लिए पलायन करते हैं। बंगलुरू, चेन्नई, दिल्ली के अलावा मजदूरी के लिए पश्चिम बंगाल का रानीगंज एवं आसनसोल पसंदीदा जगह है। बीसीसीएल की अमलाबाद कोयला खदान भी नहीं खुल सकती है। रोजगार बड़ा मसला है।

2014 के चुनावी नतीजे

अमर कुमार बाउरी : (झाविमो, अब भाजपा) : 81925

उमाकांत रजक : (आजसू पार्टी) : 47761

पुरुष मतदाता : 125138

महिला मतदाता : 109609

कुल मतदाता : 235016


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