Jharkhand Assembly Election 2019: चुनाव की घोषणा होते ही सियासी दलों ने भरा दम, जानें किसने क्या कहा
Jharkhand Assembly Election 2019 कांग्रेस ने कहा कि चुनाव की तारीखों से भाजपा का दोहरा चरित्र उजागर हुआ।
रांची, जेएनएन। झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान भारत निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को कर दिया, यहां 5 चरणों में चुनाव होंगे। 30 नवंबर को पहले चरण में मतदान होगा। नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे। वर्ष 2009, वर्ष 2014 के बाद अब 2019 में भी पांच चरणों में विधानसभा चुनाव कराए जाने की घोषणा की गई है। 6 नवंबर को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। पहले चरण में 13 सीटों पर मतदान के लिए उम्मीदवार 13 नवंबर तक अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे। इधर चुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों की मिलीजुली प्रतिक्रिया आई है। चुनाव मैदान में जाने को बेताब दिख रहे सियासी दलों ने पांच चरणों में चुनाव कराने पर सवाल उठाए हैं। भाजपा ने चुनावी तैयारी पूरी होने का दम भरते हुए इसका स्वागत किया है।
यहां पढ़ें चुनाव की घोषणा के बाद राजनीतिक दलों की प्रतिक्रिया
आजसू चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। पार्टी ने चुनावी परीक्षा का पूरा सिलेबस तैयार कर लिया है। एनडीए गठबंधन मजबूती और परिवर्तनकारी रूप से चुनाव लड़ेगा। देवशरण भगत, केंद्रीय प्रवक्ता, आजसू
झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने चुनाव आयोग द्वारा पांच चरणों में चुनाव कराने पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा कि चुनाव आयोग द्वारा विपक्षी दलों से ली गई राय का कोई मतलब नहीं रह गया। विपक्ष के सभी दलों ने एक चरण में चुनाव कराने की मांग की थी केवल भारतीय जनता पार्टी ने 5 चरणों में चुनाव कराने की मांग की थी। चुनाव आयोग में भारतीय जनता पार्टी की मांग को मानने का काम किया है।
चुनाव आयोग के तारीखों के एलान के साथ यह तय हो गया कि झारखंड में नक्सलवाद चरम पर है और उससे 19 जिले प्रभावित है। चुनाव आयोग ने साफ शब्दों में कहा है की 19 जिले नक्सल प्रभावित है जिसमें 13 अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं। राज्य के मुख्यमंत्री जो लगातार नक्सल के खात्मे की बात करते थे वह झूठी साबित हुई है। जनता के सामने सरकार नक्सल के सफाया के दावे करती है और चुनाव आयोग के आगे नक्सल वाद चरम पर होने की बात कहती है, यही भारतीय जनता पार्टी का दोहरा चरित्र है।
झामुमो पूरी तरह तैयार
झामुमो विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। रघुवर दास की डर और धमक आज चुनाव की तारीख़ों के एलान के साथ ही साफ हो गई। हम विकास के मुद्दों को लेकर जनता के बीच रहे रहे हैं और हमें पूरा विश्वास है की जनता इस बार धोखेबाज तानाशाह को झारखंड से उखाड़ फेंकेगी। झामुमो हमेशा से एक चरण में चुनाव चाहता था। इससे जनता के पैसे और समय बचता। विकास कार्यों में बहुत कम अवरोध होता है।
आज तारीखों की घोषणा से तय हो गया कि भाजपा झारखंड के चुनावों में कितनी डरी हुई है। 90 सीटों वाली हरियाणा और 288 सीटों वाले महाराष्ट्र में जब एक चरण में चुनाव हो सकते हैं तो फिर झारखंड में भाजपा क्यों पांच चरण में चुनाव करा रही है। कारण साफ है, जनता का डर।
एक देश एक चुनाव का दम भरने वाली भाजपा झारखंड चुनाव को लेकर बहुत डरी हुई है| झामुमो चुनाव में जाने के लिए पूरी तरह से तैयार है| चुनाव आयोग शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और स्वच्छ चुनाव सुनिश्चित करता है| हेमंत सोरेन, कार्यकारी अध्यक्ष, झामुमो