Jharkhand Election Result 2019: सरयू की जीत पर बिहार में जश्न, लोग बोले- साथ होते तो नही हारती BJP
Jharkhand Election Result 2019चुनाव में बीजेपी के बागी निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय की जीत पर बिहार स्थित उनके पैतृक गांव में खुशी का माहौल रहा। उन्होंने क्या कहा जानिए यहां।
बक्सर [दिलीप कुमार ओझा]। Jharkhand Election Result 2019: झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को स्थापित करने से लेकर सत्ता तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाने वाले सरयू राय (Saryu Rai) को इस बार पार्टी ने साइडलाइन कर दिया था, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा। चुनाव परिणाम आए तो पार्टी सत्ता खो बैठी। उधर, बीजेपी से अलग किए गए गए सरयू राय ने चुनाव में जीत दर्ज की। सरयू की जीत पर बिहार के बक्सर स्थित इटाढ़ी प्रखंड के उनक पैतृक गांव खनिता में जश्न का माहौल है। ग्रामीणों का मानना है कि अगर बीजेपी ने सरयू को साथ रखा होता तो उसकी दुर्दशा नहीं होती।
बीजेपी के कद्दावर नेता रहे सरयू राय
झारखंड में बीजेपी के कद्दावर नेता तथा खाद्य व आपूर्ति मंत्री रह चुके सरयू राय का परिवार खनिता गांव में रहता है। यहां उनकी पुत्रवधू निधू देवी मुखिया हैं। मतगणना के रुझानों में बढ़त की खबर आने के बाद से उनके आवास का नजारा जश्न का हो गया था। ग्रामीण निर्दलीय सरयू राय के मुख्यमंत्री रघुबर दास पर जीत को लेकर आश्वस्त थे। वे सही भी साबित हुए।
मतगणना के दौरान उत्साहित रहे ग्रामीण
सुबह मतगणना शुरू होते ही दरवाजे पर आसपास के लोगों की काफी भीड़ जुट गई थी। सभी रिपोर्ट जानने को बेचैन थे। मुख्यमंत्री रघुवर दास से वोट में कभी आगे तो कभी पीछे होने से ग्रामीणों में उत्सुकता बढ़ती जा रही थी। पोस्टल मतों की शुरुआती गिनती में में राय के आगे रहने से लोगों में खुशी थी। कुछ देर बाद ईवीएम की गिनती शुरू हुईं तो मत कुछ कम हुए, जिससे गांव के लोगों की धड़कनें बढऩे लगीं। जैसे-जैसे चार-पांच चरण की मतगणना होती गई, लीड जानकर लोगों का उत्साह बढ़ता चला गया।
पुत्रवधू ने बताया सत्य की जीत
हरपुर जलवासी पंचायत की मुखिया तथा सरयू राय की पुत्रवधु निधू देवी ने इसे सत्य की जीत बताया। उन्होंने बताया कि घर के सभी पुरुष सदस्य जमशेदपुर गए हुए हैं।
ग्रामीण बोले: बीजेपी ने की गलती
गांव के उमाशंकर राय के मुताबिक बीजेपी ने बाबा (सरयू राय) को टिकट नहीं देकर बड़ी गलती की, बाबा साथ होते तो पार्टी सत्ता से बेदखल नहीं होती। ग्रामीण राजनाथ सिंह, भृगुनाथ राय, मनोज साह, महाउद्दीन अंसारी, शिवजी पासवान, रंजन राय, बरमेश्वर राय, रामायण साह, गर्जन साह, चिरकुट धोबी, काशीनाथ राम, बलिराम राय और मुन्ना सिंह ने एक स्वर में कहा कि उनके लिए तो झारखंड के चुनाव का मतलब केवल सरयू बाबा का परिणाम था, जो उनके पक्ष में गया।