Jharkhand Election 2019: रांची पहुंचे विशेष पुलिस ऑब्जर्वर मृणाल, नक्सलियों पर नकेल के लिए ताबड़तोड़ बैठकें
Jharkhand Assembly Election 2019 नक्सली हमले के बाद चुनाव आयोग ने एमके दास को विशेष पुलिस ऑब्जर्वर बनाया है। वेमणिपुर के डीजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Assembly Election 2019 लातेहार में शुक्रवार की रात बड़े नक्सली हमले में एक एएसआइ समेत चार जवानों की शहादत के बाद भारत निर्वाचन आयोग ने बड़ा फैसला लिया है। झारखंड में शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव के लिए 1977 बैच के सेवानिवृत्त आइपीएस अधिकारी मृणाल कांति दास को झारखंड में स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर बनाया गया है। भारत निर्वाचन आयोग ने इससे संबंधित आदेश शनिवार की सुबह जारी कर दिया। भारत निर्वाचन आयोग ने जारी निर्देश में कहा है कि झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 में नक्सलियों की चुनौती सबसे बड़ी है। सेवानिवृत्त आइपीएस मृणाल कांति दास चुनाव के मद्देनजर नक्सली चुनौती की समीक्षा करेंगे और सुरक्षा को लेकर विशेष प्रतिनियुक्ति करेंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी व पुलिस पदाधिकारियों के साथ की बैठक
आब्जर्वर मृणाल कांति दास शनिवार को रांची पहुंच गए। रांची पहुंचते ही उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनय कुमार चौबे, राज्य पुलिस के नोडल पदाधिकारी एमएल मीणा तथा सीआरपीएफ, झारखंड के आइजी संजय लाटकर के साथ बैठक की। आब्जर्वर ने लातेहार में हुई घटना की पूरी जानकारी पुलिस पदाधिकारियों से ली। साथ ही घटना के बाद उठाए गए कदम से अवगत हुए।
उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर तैयार की गई योजना की भी जानकारी ली। इस क्रम में उन्होंने कई आवश्यक निर्देश भी दिए। उन्होंने सुरक्षा से संबंधित सभी मुद्दों पर दोनों पुलिस पदाधिकारियों के साथ गहन समीक्षा की। केंद्र से मिले अद्धसैनिक बलों व राज्य पुलिस की तैनाती से संबंधित योजनाओं पर भी उन्होंने चर्चा की। उन्होंने बताया कि विधानसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए निर्वाचन आयोग प्रतिबद्ध है। इसके लिए पूरी पुलिस टीम को मनोबल के साथ काम करना होगा।
मणिपुर के डीजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे
1977 बैच के आइपीएस अधिकारी मृणाल कांति दास की गिनती तेज तर्रार पुलिस अधिकारी के रूप में होती है। वे मणिपुर पुलिस में डीजीपी के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उनकी प्रतिभा को देखते हुए लोकसभा चुनाव 2019 में त्रिपुरा व मिजोरम के लिए स्पेशल पुलिस ऑब्जर्वर बनाया गया था। उनके निर्देशन में संवेदनशील रहे दोनों राज्यों में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ था।