Jharkhand Assembly Election Result 2019: भाजपा लाख जतन करे तो भी अल्पसंख्यक नहीं देंगे वोट, राजमहल के एक दर्जन बूथ दे रहे गवाही
झारखंड के संताल परगना में जहां आदिवासी और अल्पसंख्यक ही ज्यादातर सीटों पर हार-जीत तय करते हैं भाजपा के खिलाफ मुस्लिमों ने खुलकर मतदान किया।
साहिबंगज [ डॉ. प्रणेश]। तीन तलाक को समाप्त करने का कानून बनाकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा यह दावा करने से नहीं थकती है कि मुस्लिम बहनों और महिलाओं के लिए ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। इतना ही नहीं झारखंड में पांच साल तक चली रघुवर दास के नेतृत्व में भाजपा सरकार ने भी अल्पसंख्यकों के विकास और कल्याण के लिए पूर्व की सरकारों से कुछ ज्यादा ही किया। इसके बावजूद अल्पसंख्यकों का भरोसा जीतने में भाजपा नाकामयाब रही है। CAA के बाद तो मुस्लिम अल्पसंख्यक भाजपा को फूटी आंख भी नहीं सुहा रही है। झारखंड के संताल परगना में जहां आदिवासी और अल्पसंख्यक ही ज्यादातर सीटों पर हार-जीत तय करते हैं भाजपा के खिलाफ मुस्लिमों ने खुलकर मतदान किया। इसकी गवाही राजमहल विधानसभा क्षेत्र के एक दर्जन बूथ दे रहे हैं जहां भाजपा को एक भी वोट नहीं मिले।
संताल में सबका साथ, सबका विकास व सबका विश्वास का भाजपा का नारा धरा का धरा रह गया। पार्टी नेतृत्व व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की लाख कोशिश के बाद भी अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में पूर्व की तरह भाजपा को न के बराबर वोट मिला। राजमहल विधानसभा क्षेत्र के एक दर्जन बूथों पर तो भाजपा को एक भी मत नहीं मिला। इन बूथों पर पार्टी ने पोङ्क्षलग एजेंट तैनात कर रखा था लेकिन उन्होंने भी पार्टी प्रत्याशी अनंत ओझा को वोट नहीं दिया। इनमें कुछ बूथ राजमहल तो कुछ उधवा प्रखंड के हैं। यह स्थिति तब है जब पार्टी ने अल्पसंख्यक मतों के लिए इन इलाकों में विशेष अभियान चला रखा था। जिले में भाजपा का अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ कार्यरत है जिसमें पदाधिकारियों की लंबी चौड़ी फौज है। कमेटी में जिलाध्यक्ष सहित 25 सदस्य हैं।
तीनपहाड़ के रहनेवाले हासिम अंसारी भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष हैं। उन्होंने अल्पसंख्यक मतों को भाजपा के पक्ष दिलवाने का दावा भी किया था। इन बूथों पर आजसू प्रत्याशी मो. ताजुद्दीन को खूब मत मिले। वैसे आजसू प्रत्याशी को विधानसभा के सभी बूथों पर मत मिले। कोई भी बूथ ऐसा नहीं है जहां उन्हें मत न मिला हो। हालांकि आजसू का मजबूत संगठन जिले में नहीं है। झामुमो प्रत्याशी केताबुद्दीन शेख को 381 नंबर बूथ पर एक भी मत नहीं मिला। इस बूथ पर सर्वाधिक 794 मत भाजपा प्रत्याशी अनंत ओझा को मिला। आजसू प्रत्याशी मो. ताजुद्दीन को यहां मात्र 26 मत मिले।
- इन बूथों पर भाजपा प्रत्याशी को नहीं मिले एक भी मत
- बूथ मत
- 211 शून्य
- 212 शून्य
- 218 शून्य
- 238 शून्य
- 270 शून्य
- 282 शून्य
- 335 शून्य
- 336 शून्य
- 347 शून्य
- 353 शून्य
- 356 शून्य
- 374 शून्य
अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में मैंने स्वयं कई बार दौरा किया। क्षेत्र के लोगों ने पार्टी प्रत्याशी को मत देने का आश्वासन भी दिया था। सभी बूथों पर पोलिंग एजेंट की भी तैनाती की गई थी। इसके बाद भी अगर पार्टी प्रत्याशी को एक भी मत नहीं मिला है तो इसकी जांच की जाएगी।
-हासिम अंसारी, जिलाध्यक्ष, भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा
कुछ बूथों पर पार्टी प्रत्याशी को एक भी मत नहीं मिले हैं। यह गंभीर मसला है। सभी बूथों पर पोलिंग एजेंट की नियुक्ति की गई थी। शुक्रवार को पार्टी की बैठक बुलाई गयी है जिनमें इन बातों पर चर्चा होगी। जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की जाएगी।
-विश्वनाथ गुप्ता उर्फ पप्पू साह, जिलाध्यक्ष भाजपा