Jharkhand Election 2019 Phase 5 Voting: 2014 की तुलना में संताल में दो फीसद कम हुई पोलिंग
Jharkhand Election 2019 Phase 5 Voting झारखंड विधानसभा चुनाव में 2014 में 73.31 तो 2019 में 71.19 फीसद वोट पड़े।
रांची, राज्य ब्यूरो। Jharkhand Election 2019 Phase 5 Voting झारखंड विधानसभा चुनाव के पांचवें चरण में गत चुनाव की तुलना में दो फीसद वोट कम पड़े हैं। वर्ष 2014 के चुनाव में जहां 73.31 फीसद वोट पड़े थे, वहीं 2019 के चुनाव में 71.19 फीसद वोट पड़े हैं। कुछ विधानसभा क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत घटा है, तो कुछ में बढ़ा भी है। जैसे राजमहल में 2014 की तुलना में एक फीसद घटा, तो बोरियो में चार फीसद बढ़ा भी है।
रांची में सबसे कम व नाला में सबसे अधिक पोलिंग
झारखंड विधानसभा चुनाव-2019 में रांची में सबसे कम पोलिंग हुई है। वहीं, नाला विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मतदान हुआ। पोलिंग प्रतिशत के अनुसार रांची में इस बार जहां 49.04 फीसद मतदान हुआ, वहीं नाला में सर्वाधिक 78.01 फीसद वोट पड़े हैं। हालांकि, नाला का यह मतदान फीसद वर्ष 2014 के चुनाव की तुलना में बहुत कम है। वर्ष 2014 के चुनाव में नाला में 80.62 फीसद मतदान हुआ था। अगर ओवर ऑल मतदान पर नजर दौड़ाएं तो वर्ष 2014 में 66.53 मतदान हुआ था। वहीं, वर्ष 2019 में मतदान प्रतिशत 65.23 फीसद है। ओवरऑल मतदान प्रतिशत में इस बार एक फीसद कम मत पड़े हैं।
पांचों चरणों में 65.23 फीसद रहा औसत मतदान
झारखंड विधानसभा के चुनाव में सभी चरणों में औसतन 65.23 फीसद मतदान हुआ। यह पिछले चुनाव की अपेक्षा लगभग एक फीसद कम है। हालांकि अंतिम चरण के मतदान के अंतिम आंकड़े आने के बाद मतदान प्रतिशत में कुछ और वृद्धि हो सकती है। बता दें कि पिछले चुनाव में 66.53 फीसद मतदान हुआ था। पूरे विधानसभा चुनाव में सबसे कम मतदान रांची में हुआ। यहां सबसे कम 40.04 फीसद मतदान हुआ। वहीं, सबसे अधिक 78.01 फीसद मतदान संताल प्रमंडल की सीट नाला में हुआ।
बताते चलें कि वर्ष 2014 में संपन्न विधानसभा चुनाव में भी मतदान करने में यहां के मतदाता दूसरे स्थान पर रहे थे। पिछले चुनाव में सबसे अधिक मतदान पाकुड़ में हुआ था। दूसरे स्थान पर नाला रहा था। मतदान करने में दिव्यांग व महिला मतदाता आगे रहे। कई विस क्षेत्रों में महिलाओं ने पुरुषों से अधिक मतदान किया। दिव्यांगों की बात करें तो सभी पांच चरणों में कुल दिव्यांग मतदाताओं में 88.86 फीसद ने मतदान किया।
झारखंड विधानसभा चुनाव से संबंधित 10 फैक्ट
- क्षेत्रफल में सबसे छोटी विस सीट रांची और सबसे बड़ी मनिका थी।
- मतदाताओं की संख्या के लिहाज से सबसे छोटी विस सीट जगन्नाथुपर (1,74,333 मतदाता) तथा सबसे बड़ी विस सीट बोकारो (5,25,111) थी।
- चुनाव के दौरान कुल 41,870 ईवीएम (बैलेट यूनिट ), 30,831 कंट्रोल यूनिट तथा 31,644 वीवीपैट मशीनें लगाई गईं।
- कुल 29,464 मतदान केंद्रों में नक्सल दृष्टिकोण से 4408 अति संवेदनशील तथा 2,555 संवेदनशील थे। अन्य कारणों से 4,097 मतदान केंद्र अति संवेदनशील तथा 10,688 संवेदनशील थे।
- 8577 मतदान केंद्रों की ऑनलाइन निगरानी वेबकास्टिंग के माध्यम से की गई।
- सबसे कम सात अभ्यर्थी सरायकेला तथा सबसे अधिक 31 ईचागढ़ में थे। दोनों विस सीट एक ही जिले सरायकेला-खरसावां में हैं।
- 2018 दिव्यांगों व 80 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं ने पोस्टल बैलेट के माध्यम से घर में ही वोट दिया। पहली बार यह सुविधा झारखंड से लागू हुई।
- पहली बार 10 विस क्षेत्रों में बूथ एप की सुविधा बहाल की गई।
- सभी पांच चरणों में 246 मतदान केंद्रों को सुरक्षा कारणों से अंतिम समय में बदले गए।
- पूरे चुनाव में सुरक्षा कारणों से 529 मतदान केंद्रों के कर्मियों को हेलीकॉप्टर से मतदान केंद्र तक पहुंचाए गए।
विधानसभा क्षेत्र में 2014 की तुलना में मतदान प्रतिशत
विधानसभा 2014 2019
- राजमहल 72.28 71.19
- बोरियो 67.86 71.58
- बरहेट 72.90 70.07
- लिट्टीपाड़ा 75.96 70.01
- पाकुड़ 80.76 76.1
- महेशपुर 79.88 74.81
- शिकारीपाड़ा 76.18 73.25
- नाला 80.62 78.01
- जामताड़ा 78.63 74.77
- दुमका 69.24 59.73
- जामा 71.48 65.27
- जरमुंडी 73.74 71.53
- सारठ 76.76 75.97
- पोड़ेयाहाट 68.52 69.61
- गोड्डा 66.09 68.54
- महगामा 65.43 67.23
कुल 73.31 71.17