Lok Sabha Election 2019:BIG ISSUE: झारखंड-बिहार के रिश्ते को नहीं जोड़ पा रहा यह पुल
पुल का शिलान्यास भागलपुर के तत्कालीन सांसद शाहनबाज हुसैन ने किया था। यह पुल बिहार की ओर से एप्रोच पथ नहीं जोड़े जाने के कारण अनुपयोगी साबित हो रहा है।
गोड्डा, विधु विनोदः गोड्डा लोस क्षेत्र के महागामा अनुमंडल के हनवारा स्थित झारखंड और बिहार की सीमा पर गेरुआ नदी में करोड़ों रुपए की लागत से चार वर्ष पूर्व ही पुल तो बनकर तैयार हो गया, पर यह झारखंड एवं बिहार के बीच लोगों के दिलों को अब तक जोड़ नहीं पाया है।
पुल का शिलान्यास 2009 - 2010 में भाजपा के स्टार प्रचारक सह भागलपुर के तत्कालीन सांसद शाहनबाज हुसैन ने किया था। यह पुल बिहार की ओर से एप्रोच पथ नहीं जोड़े जाने के कारण अनुपयोगी साबित हो रहा है। गोड्डा जिले के महागामा अनुमंडल क्षेत्र को बिहार के भागलपुर क्षेत्र से जोडऩे का सपना जो लोगों ने संजोया था, आज भी अधूरा है। महागामा के भाजपा विधायक अशोक कुमार भगत के गांव नरैनी होकर हनवारा के रास्ते इस पुल से होकर भागलपुर जाने में एक घंटे का कम समय लगता। अभी लोग एकचारी गांव से होकर जाते हैं। इससे भागलपुर पहुंचने में अधिक समय लगता है।
बता दें कि करीब दो दशक पूर्व राज्य का विभाजन तो हुआ, लेकिन गोड्डा के लोगों की आवाजाही आज भी भागलपुर अधिक होती है। गोड्डा में गंभीर रूप से बीमार मरीजों को हर दिन भागलपुर ही रेफर किया जाता है। अभी जिस रूट से लोग भागलपुर जाते हैं, उस सड़क पर आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है। यह जाम कभी कभी तो जाम दो दिनों तक भी नहीं हट पाता है। आज भी जाम से बचने के लिए महागामा अनुमंडल क्षेत्र के लोग ज्यादातर इसी मार्ग से होकर भागलपुर जाते हैं।
सामान्य मौसम में लोग पुल के नीचे बनी कच्ची सड़क से होकर अपने वाहनों को निकाल लेते हैं, मगर बरसात के दिनों में नदी में पानी आ जाने से नदी पार करना मुश्किल हो जाता है। स्थानीय लोगों ने बताया कि परेशानी तो उस वक्त होती है जब लोग ईलाज के लिए जल्द पहुंचने की चाहत में इस मार्ग से होकर जाते हैं और नदी में आकर फंस जाते हैं। बरसात के दिनों में इमरजेंसी में एम्बुलेंस को भी घंटों इंतजार करना पड़ता हैं। अब जब आम चुनाव सिर पर है, तो यह पुल निर्माण का मुद्दा लोगों के बीच चर्चा का विषय बन चुका है।
गेरुआ नदी पर बना यह पुल 2015-16 में यह बनकर तैयार हो गया। लेकिन भागलपुर जिलांतर्गत उक्त पुल के एप्रोच रोड को लेकर जमीन विवाद के कारण निर्माण एजेंसी ने काम पूरा नहीं कर पाई है। पुल निर्माण कार्य बिहार सरकार का है। लिहाजा इस बार बिहार सरकार को ही निर्णय लेना है।
-अशोक भगत, विधायक महागामा