मेरा अंतिम चुनाव, इसलिए लोग घरों से निकले: वीरभद्र सिंह
दैनिक जागरण टीम दोपहर करीब 12:45 बजे हॉलीलॉज पहुंची तो वीरभद्र सिंह और उनका परिवार चुनावी थकान उतारते हुए दिखा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। विधानसभा चुनाव के लिए मतदान प्रक्रिया पूरी होने के बाद हॉलीलॉज लौटे वीरभद्र सिंह गुनगुनी धूप का आनंद लेते नजर आए। अपनी खास किस्म की कुर्सी पर बैठे वीरभद्र सिंह के सामने तीन लोग बैठ थे। कुछ बात हो रही थी। पास ही पत्नी प्रतिभा सिंह, पुत्र विक्रमादित्य सिंह और पुत्री अपराजिता भी बैठी हुई थीं।
दैनिक जागरण टीम दोपहर करीब 12:45 बजे हॉलीलॉज पहुंची तो वीरभद्र सिंह और उनका परिवार चुनावी थकान उतारते हुए दिखा। इस बीच लोगों का आना-जाना लगा हुआ था। लॉन में लोग मिलकर जा रहे थे। जब पूछा गया कि सर...आप कैसे हो, जवाब मिला, मैं आज रिलेक्स मूड में हूं। अभी तक 20-25 लोग मिलकर वापस जा चुके हैं। लोग मिलने के लिए आ रहे हैं। मैं चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशियों से संपर्क में हूं। तय मानिए, सरकार कांग्रेस की बनेगी और पर्याप्त बहुमत रहेगा।
वीरभद्र सिंह ने कहा कि जहां तक यह सवाल है कि प्रदेश में अधिक मतदान हुआ है तो इसका लाभ भाजपा को मिल रहा है, ऐसा कदापि नहीं है। प्रदेश के लोगों को पता था कि यह मेरा अंतिम चुनाव है, जिसे देखते हुए अधिक संख्या में लोग घरों से निकले और मतदान किया। यह मतदान मेरे लिए किया गया है। हिमाचल में कांग्रेस सरकार रिपीट करने जा रही है। इस बीच, वीरभद्र सिंह ने अपने प्रधान सलाहकार टीजी नेगी को बुलाया। मुश्किल से एक मिनट तक उनसे बात की। फिर दोबारा बात करते हुए कहा कि प्रदेश में सरकार कांग्रेस की बनेगी।
इस बार विधानसभा चुनाव में एक से दो प्रतिशत मतदान अधिक हुआ है, लेकिन भाजपा 60 प्लस सीटें जीतने का दावा कर रही है। यह मुंगेरी लाल के हसीन सपने देखने जैसी बात है। भाजपा का सत्ता में आना मुमकिन नहीं है। प्रदेश की जनता की भावनाओं पर कांग्रेस खरी उतरी है। पांच साल तक सत्ता में रहते हुए कांग्रेस ने सभी वर्गों के लोगों को समस्याओं का समाधान किया है। कांग्रेस ने चुनाव घोषणा के जरिए प्रदेश की जनता से भविष्य को लेकर वादे किए हैं। सत्ता में आते ही उन पर काम शुरू हो जाएगा।
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