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हिमाचल चुनाव 2017: 100 फीसद मतदान के लिए झोंकी ताकत

राज्य निर्वाचन विभाग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत से दैनिक जागरण ने विशेष बातचीत की, प्रस्तुत हैं मुख्य अंश:

By Babita KashyapEdited By: Published: Thu, 09 Nov 2017 10:00 AM (IST)Updated: Thu, 09 Nov 2017 10:00 AM (IST)
हिमाचल चुनाव 2017: 100 फीसद मतदान के लिए झोंकी ताकत
हिमाचल चुनाव 2017: 100 फीसद मतदान के लिए झोंकी ताकत

शिमला, राज्य ब्यूरो। प्रदेश की 13वीं विधानसभा के लिए वीरवार को मतदान का दिन है। सभी को अपने मत के अधिकार का प्रयोग करना चाहिए। इस बार विधानसभा चुनाव में काफी कुछ नया होने जा रहा है। पहली बार महिला मतदान केंद्र बनाए गए हैं और पहली बार ही वीवीपैट मशीनों का प्रयोग होगा। इतना ही मतदान केंद्रों पर दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए ब्रेल सूचना बोर्ड लगाए गए हैं। राज्य निर्वाचन विभाग के मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत से दैनिक जागरण ने विशेष बातचीत की, प्रस्तुत हैं मुख्य अंश:

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क्या वीवीपैट मशीन से मतदाता के आलावा कोई दूसरा भी वोट किसे डाला देख सकता है?

-जी नहीं, वीवीपैट मशीन को लेकर काफी अफवाह फैलाई जा रही है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है। वीवीपैट से मतदाता अपने वोट को सात सेकेंड के लिए देख सकता है। मशीन पर यह डिस्पले होगा, मतदाता या कोई और इसे न तो फाड़ कर ले सकता है और न ही बाद इसे देख सकता है।

वीवीपैट मशीन पूरी तरह से सुरक्षित है।

मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए क्या विशेष प्रबंध भी किए गए हैं?

-मतदान प्रतिशतता को बढ़ाने के लिए इस बार काफी कुछ नया किया जा रहा है। जैसे मतदाताओं के लिए शौचालय, पेयजल के अलावा मतदाता को किसी प्रकार की दिक्कत या परेशानी आने पर उनकी मदद के दो स्वयंसेवक तैनात किए हैं। वृद्धाश्रम में ही मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं, ताकि बुजुर्गों को मतदान करने में कोई दिक्कत पेश न आए।

दिव्यांग मतदाताओं के लिए क्या कुछ विशेष प्रबंध किए गए हैं?

-जी हां, दृष्टिबाधित और न चल पाने की स्थिति वाले मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों में विशेष प्रबंध किए गए हैं। दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए ईवीएम मशीनों से लेकर सूचना बोर्ड तक ब्रेल में मुहैया करवाए गए हैं। जो दिव्यांग मतदाताओं के लिए पांच सौ से अधिक व्हील चेयर मुहैया करवाई गई हैं। चुनाव विभाग ने प्रदेश सभी मतदान केंद्रों से डाटा एकत्र करवाया है। जिसके दिव्यांगों को आंकड़ों के अनुसार व्हील चेयर उपलब्ध करवाई गई है।

क्या निर्वाचन विभाग 100 फीसद मतदान का लक्ष्य पूरा कर पांएगे?

-देखिए उम्मीद तो पूरी है। निर्वाचन विभाग ने विभिन्न माध्यमों से मतदाताओं को जागरूक  किया है। फेसबुक से लेकर नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से भी जागरूक किया गया है। इसे लेकर पड़ोसी राज्यों में काम कर रहे मतदाताओं के लिए भी मतदान के दिन के लिए आवकाश दिलाने के लिए वहां की सरकारों से बातचीत की गई है।

कांगड़ा जिला में सबसे अधिक 297 मतदान केंद्र वल्नरेबल

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान के लिए चुनाव विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे 337 प्रत्याशियों की जीत हार का फैसला करने के लिए प्रदेश में 7525 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं। इनमें से वल्नरेबल व क्रिटिकल मतदान केंद्रों में भी सुरक्षा बंदोबस्त पूरे हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि 983 मतदान केंद्रों को वल्नरेबल व 399 मतदान केंद्रों को क्रिटिकल घोषित किया गया है। कांगड़ा जिला में सर्वाधिक 297 मतदान केंद्र वल्नरेबल व किन्नौर जिला में सबसे कम दो मतदान केंद्र वल्नरेबल हैं। शिमला जिला के ठियोग विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 161 मतदान केंद्र हैं। कांगड़ा जिला के धर्मशाला विधानसभा क्षेत्र में न्यूनतम 84 मतदान केंद्र स्थापित किए गए हैं।

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