हिमाचल में टूटा मतदान का रिकॉर्ड
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार जिलावार सर्वाधिक मतदान सिरमौर में लगभग 82 फीसद दर्ज किया गया जबकि सबसे कम मतदान हमीरपुर जिले में लगभग 69.5 फीसद रहा।
शिमला, राज्य ब्यूरो। पूरा उत्सव का माहौल... दिव्यांग...बुजुर्ग...युवा...महिलाएं....सब के सब लोकतंत्र के पर्व में शरीक होने को आतुर। यही वजह रही कि हिमाचल में 13वीं विधानसभा के गठन के लिए वीरवार को रिकॉर्डतोड़ मतदान हुआ।
प्रदेशभर में 75 फीसद मतदाताओं ने मताधिकार का प्रयोग कर नया कीर्तिमान रच दिया। पिछली बार विधानसभा चुनाव में 73.92 फीसद से थोड़ा अधिक है। इससे पहले सर्वाधिक मतदान का रिकॉर्ड 2003 के दौरान विधानसभा चुनाव में 74.51 फीसद रहा था। 68 सीटों के लिए वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार धूमल समेत 337 प्रत्याशियों को चुनाव नतीजों के लिए 39 दिन लंबा इंतजार करना पड़ेगा।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक इस बार जिलावार सर्वाधिक मतदान सिरमौर में लगभग 82 फीसद दर्ज किया गया जबकि सबसे कम मतदान हमीरपुर जिले में लगभग 69.5 फीसद रहा। शिमला में यह 72.68 फीसद रहा। हलकों केहिसाब से सर्वाधिक मतदान सोलन जिले के दून हलके में 88.95 फीसद मतदान हुआ, जबकि सबसे कम मत कांगड़ा जिले के जयसिंहपुर हलके में 63.91 फीसद पड़े।
प्रदेशभर में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। दून में कांग्रेस व भाजपा समर्थकों में हुए झगड़े में पांच गाडिय़ां तोड़ दी गईं। घटना के बाद पुलिस बल व क्यूआरटी की टीमें तैनात कर दी गई हैं। ऊना के पंजावर व संतोषगढ़ में पोलिंग बूथ लगाने पर दो दलों में कहासुनी हुई। भोरंज में महिला ने पोलिंग एजेंट की पिटाई कर दी। कई स्थानों पर ईवीएम में खराबी के कारण मतदान कुछ देर के लिए बाधित रहा। शाम पांच बजे के बाद भी कुछ मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की कतारें दिखीं। मंडी जिले के संधोल में 539 में से सिर्फ एक व्यक्ति ने मतदान किया।
मांगें पूरी न होने पर लोगों ने चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी दी थी। चंबा के भोटन में 182 में से सिर्फ चार लोगों ने मतदान किया। दुनिया के सबसे ऊंचे मतदान केंद्र हिक्कम में 84 फीसद मतदान दर्ज किया गया।
प्रदेशभर में सुबह से ही मतदाताओं ने उत्साह दिखाया और मतदान केंद्रों के बाहर कतारें दिखने लगीं। पहली बार मतदान कर रहे युवाओं से लेकर सौ साल की उम्र पार करने वालों ने भी लोकतंत्र के प्रति दायित्व का निर्वहन किया। खबर लिखे जाने तक प्रदेश के 435 मतदान केंद्रों में मतदाता वोट डालने के लिए कतारों में लगे हुए थे।
किसने क्या कहा
हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ मिशन रिपीट करेगी। कांग्रेस ने पूरे प्रदेश में एक समान विकास किया है। इस कारण प्रदेश की जनता ने फिर कांग्रेस को समर्थन दिया है। यह तय है कि प्रदेश में भारी बहुमत के साथ कांग्रेस की ही सरकार बनेगी। भाजपा के मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे।
वीरभद्र सिंह, मुख्यमंत्री
भाजपा को पूरे प्रदेश में हर वर्ग का समर्थन मिल रहा है। पार्टी इस बार जीत का नया इतिहास बनाएगी। मिशन 50 प्लस अब 60 प्लस हो रहा है। कांग्रेस प्रदेश के मुद्दों पर बैकफुट पर थी। लोग सरकार से खफा थे और बेसब्री से मतदान का इंतजार कर रहे थे।
-प्रेम कुमार धूमल, पूर्व मुख्यमंत्री
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