Haryana Election 2019: बागी हुए रेवाड़ी के भाजपा विधायक, निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर भरा पर्चा
विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास ने टिकट कटने के बाद भाजपा से बगावत कर दी है। उन्होंने शुक्रवार को रेवाड़ी सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया।
रेवाड़ी, जेएनएन। Haryana Assembly Election 2019: रेवाड़ी विधानसभा सीट से भाजपा के मौजूदा विधायक रणधीर सिंह कापड़ीवास (Randhir Singh Kapriwas) ने टिकट कटने के बाद पार्टी से बगावत कर दी है। उन्होंने शुक्रवार को रेवाड़ी सीट (rewari assembly seat) से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन पत्र दाखिल किया। इस दौरान रणधीर सिंह के समर्थक भी मौजूद रहे।
रेवाड़ी विधानसभा सीट से इस बार भाजपा ने सुनील मूसेपुर को चुनावी मैदान में उतारा है। सुनील ने भी शुक्रवार को नामांकन दाखिल किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल भी मौके पर मौजूद रहे।
सुनील मूसेपुर को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह का समर्थक माना जाता है। भाजपा ने राव की बेटी को टिकट नहीं दिया। हालांकि राव इंद्रजीत सिंह टिकट पार्टी से मांग रहे थे। बेशक भाजपा ने राव इंद्रजीत की बेटी को टिकट नहीं दिया लेकिन गुरुग्राम और रेवाड़ी में टिकट बंटवारे पर उनकी राय ली गई।
कापड़ीवास थे राव के विरोधी
बताया जा रहा है कि रणधीर सिंह कापड़ीवास केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के विरोधी थे। इसके अलावा नरबीर सिंह और संतोष यादव को भी राव का विरोधी माना जाता है। भाजपा ने इन तीनों को टिकट नहीं दिया।कोसली, गुड़गांव और रेवाड़ी ऐसी तीन सीटें हैं जहां पर राव इंद्रजीत सिंह का प्रभाव माना जाता है।
उमेश अग्रवाल भी हुए बागी
इसके अलावा गुरुग्राम विधानसभा सीट से उमेश अग्रवाल भी बागी हो गए हैं। भाजपा ने उनका भी टिकट काट दिया है। शुक्रवार को उमेश अग्रवाल की पत्नी अनीता ने भी नामांकन दाखिल किया। अनीता अग्रवाल ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर पर्चा भरा।
बता दें कि हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों पर 21 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। जबकि मतगणना 24 अक्टूबर को होगी। चुनाव में बेशक कम समय बचने की वजह से सभी राजनीतिक दलों ने अपनी पूरी ताकत झोक दी है। प्रत्याशी अपने-अपने तरीके से मतदाताओं को लुभा रहे हैं।
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