भाजपा प्रदेश प्रभारी जैन की कार्यकर्ताओं को नसीहत, दूल्हा जो भी हो, कार्यकर्ता बरात एंज्वाय करें
डॉ. जैन ने कहा कि टिकट देना संगठन का फैसला है। दूल्हा (प्रत्याशी) तो एक ही होता है। जो भी दूल्हा भेजा जाए कार्यकर्ता उसका सहयोग करते हुए बरात को एंज्वाय करेंं।
जेएनएन, कुरुक्षेत्र। भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारिणी अध्यक्ष जेपी नड्डा के लौटने के तीन दिन बाद पार्टी राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी डॉ. अनिल जैन और संगठन मंत्री सुरेश भट्ट कुरुक्षेत्र पहुंचे। उन्होंने कार्यकर्ताओं को चुनावी मोड में डालते हुए नसीहत भी दी। डॉ. जैन ने कहा कि टिकट देना संगठन का फैसला है। दूल्हा (प्रत्याशी) तो एक ही होता है। जो भी दूल्हा भेजा जाए, कार्यकर्ता उसका सहयोग करते हुए बरात को एंज्वाय करेंं। ढोल की थापों पर खूब मस्ती करें और पार्टी के फैसले पर रोना नहीं है। उन्होंने कहा कि जो भी पार्टी के फैसले के खिलाफ जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डॉ. अनिल जैन ने कहा कि टिकट के लिए जिला स्तर से लेकर कार्यकारिणी, प्रदेश संगठन, राष्ट्रीय संगठन, पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और आखिरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने पहुंचकर सूची फाइनल होनी है। जब इतने स्तरों में टिकट छनकर जाएगा तो वह गलत नहीं हो सकता। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव में काम करने की नसीहत दी।
समस्याएं रोज आएंगी
डॉ. जैन ने कहा कि अब छोटी-छोटी समस्याओं को चुनाव में नहीं उठाना है। लोगों के बीच जब वोट मांगने जाएं तो राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करें। केंद्र सरकार के काम गिनवाएं, क्योंकि हर समस्या का समाधान संभव नहीं है। रोज नई समस्या आएगी और चलती रहेंगी। वे अब कार्यकर्ता नहीं, राष्ट्रभक्त बनकर काम करें।
मोर्चे मजबूत करने की जरूरत : भट्ट
पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट ने कहा कि कुरुक्षेत्र से उन्हें जितनी उम्मीद थी, उतनी संतुष्टि हुई नहीं। जब राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा आए तब तक भी प्रदर्शन ठीकठाक ही रहा। उन्होंने पार्टी के मोर्चों को मजबूत करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के भीतर सभी मोर्चे अपने-अपने सम्मेलन कर लें और उसके बाद चुनाव में उतर जाएं। सम्मेलनों के लिए वे जिस भी राष्ट्रीय नेता को चाहेंगे, बुला लिया जाएगा।
यह निर्देश दिए
- पन्ना प्रमुख अपने बकाया कार्यों को दुरुस्त करें।
- बूथ समिति को तैयार किया जाए।
- की-वोटर्स पर फोकस।
- एक बूथ पर 10-10 बाइकर तैयार किए जाएं।
- समिति गठन की जो भी प्रक्रिया पेंङ्क्षडग है उसे तुरंत पूरा किया जाए।
- केंद्र और प्रदेश सरकार की योजनाओं के लाभान्वितों की सूची तैयार की जाए।
कम चीनी, ज्यादा पत्ती की चाय
कार्यकर्ताओं की बैठक में करीब एक घंटा देरी से आए डॉ.अनिल जैन ने होटल पहुंचते ही सबसे पहले कम चीनी और ज्यादा पत्ती की चाय मांगी। वे सीधे कमरे में पहुंचे। उनके साथ प्रदेश संगठन महामंत्री सुरेश भट्ट, जिलाध्यक्ष धर्मवीर मिर्जापुर, थानेसर के विधायक सुभाष सुधा और लाडवा के विधायक डॉ. पवन सैनी भी थे। हालांकि बाद में उन्होंने चाय भी नहीं पी।
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