भाजपा कोई रिस्क लेने के मूड में नहीं, मंत्रियों व सांसदों को साथ लेकर चलने का मोदी मंत्र
भाजपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं है। यही कारण है कि पार्टी बेहद सावधानी से कदम उठा रही है।
चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा के चुनावी रण में उतरने से पहले भाजपा किसी तरह का रिस्क लेने के मूड में नहीं है। विदेश यात्रा से लौटे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीम हरियाणा को सभी सांसदों का भरोसा जीतने और उन्हें साथ लेकर चलने की सलाह दी है। मोदी भाजपा में परिवारवाद को बढ़ावा नहीं देने के पार्टी के एजेंडे पर पूरी तरह से अडिग हैं। उन्होंने स्पष्ट कह दिया कि पार्टी में परिवारवाद के लिए कोई जगह नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों को तरजीह न दी जाए। भाजपा टिकटों के आवंटन में केंद्रीय राज्य मंत्रियों व सांसदों की पसंद-नापसंद का ख्याल रखेगी।
टिकटों पर चर्चा के बाद घोषणा में देरी पार्टी की रणनीति का हिस्सा
हरियाणा भाजपा के होमवर्क के बाद रविवार केंद्रीय चुनाव समिति की करीब तीन घंटे चली बैठक में सभी 90 विधानसभा सीटों पर चर्चा हुई। मोदी के सामने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर द्वारा अपने परिवार के सदस्यों के लिए टिकट मांगने का मुद्दा भी उठा। बैठक में बताया गया कि कुछ अन्य सांसद भी इसी ट्रैक पर हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने संकेत दिए हैं कि पार्टी के समर्पित और जीतने वाले उम्मीदवारों को चुनावी रण में उतारा जाए।
केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल अपनी टीम के साथ सीधे नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन पहुंचे। उन्होंने वहां कुछ सांसदों व केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठक की। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत के बाहर होने के कारण खबर लिखे जाने तक वह बैठक में नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन कृष्णपाल गुर्जर समय से पहुंच गए थे।
सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री ने इन सांसदों व मंत्रियों को केंद्रीय नेतृत्व की भावना से अवगत करा दिया है। साथ ही उन्हें कहा गया है कि यदि परिवारवाद को बढ़ावा दिया गया तो विरोधी राजनीतिक दलों के विरुद्ध कोई बड़ा मुद्दा नहीं होगा। इसके बावजूद भी यदि कोई सांसद चुनाव में ट्रैक से उतरता है तो उसे हाईकमान के कोपभाजन का शिकार होना पड़ सकता है।
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सूत्रों के अनुसार भाजपा हाईकमान मनोहर कैबिनेट के सभी मंत्रियों को चुनावी रण में उतारने के लिए राजी है। कुछ बागी विधायकों की टिकट कट सकती है, जबकि कई ऐसे समर्पित नए चेहरे चुनावी रण में दिखाई पड़ सकते हैं, जिन्हें टिकट मिलने की उम्मीद भी नहीं की होगी। भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने भी संकेत दिए हैं कि चर्चा हो चुकी है और टिकटों का ऐलान किसी भी समय संभव है।
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इस तरह से चला टिकटों पर चर्चा का घटनाक्रम
- रविवार शाम पांच बजे केंद्रीय चुनाव समिति की नई दिल्ली में बैठक शुरू हुई।
- इससे पहले दिल्ली स्थित हरियाणा भवन में मुख्मयंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में टीम हरियाणा ने मंथन किया।
- टीम हरियाणा के साथ टीम महाराष्ट्र भी बैठक का हिस्सा रही।
- करीब आठ बजे हरियाणा की बैठक खत्म हो गई।
- करीब साढ़े आठ बजे मुख्यमंत्री मनोहर लाल नई दिल्ली स्थित हरियाणा भवन पहुंचे।
- मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा भवन पहुंचते ही केंद्रीय मंत्रियों व सांसदों को बुलाया।
- इस दौरान खबर आई कि भाजपा की रात साढ़े नौ बजे होने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस स्थगित हो गई।
- भाजपा प्रभारी डा. अनिल जैन ने बयान दिया कि किसी भी समय टिकटों की घोषणा हो सकती है।
- इसी तरह का बयान मुख्मयंत्री मनोहर लाल और प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने रात 10 बजे के आसपास दिया।
- साेमवार सुबह को भी करीब 10 बजे भाजपा नेताओं की बैठक हुई और टिकट पर अंतिम दौर की चर्चा हुई।
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