भाजपा-कांग्रेस में जुबानी जंग, शाह ने लगाया वंशवाद का आरोप
शाह ने यहां गुजरात व केनद्र सरकार के विविध काम भी गिनाए जिसमें नर्मदा, भावनगर से दाहेज के बीच रो रो फेरी, सौराष्ट्र व कच्छ तक नर्मदा का पानी पहुंचाने का काम किया है।
अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात में प्रथम चरण के चुनाव के लिए नामांकन के अंतिम दिन भाजपा व कांग्रेस नेताओं के बीच जमकर वाक् युद्ध चला। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कांग्रेस पर वंशवाद व जातिवादी राजनीति का आरोप लगाया जिसके जवाब में कांग्रेस ने भी भाजपा पर ओबीसी कार्ड चलने का आरोप लगाया।
शाह मंगलवार को भावनगर पश्चिम से चुनाव लड रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष जीतूभाई वाघाणी के नामांकन के लिए उनके साथ गए। उससे पहले रैली को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस को इस बात का जवाब देना होगा कि 10 साल के यूपीए के शासनकाल में गुजरात के लिए क्या किया। कांग्रेस अपने शहीद सैनकों का बदला नहीं ले सकी लेकिन मोदी सरकार के काल में सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक कर उसका बदला लिया। गुजरात का चुनाव दो दलों के बीच नहीं विकास व वंशवाद के बीच है। कांग्रेस राज्य में जातिवाद फैलाकर चुनाव जीतना चाहती है, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी गुजरात को पर्यटन का सेंटर समझ रहे हैं।
शाह ने यहां गुजरात व केनद्र सरकार के विविध काम भी गिनाए जिसमें नर्मदा, भावनगर से दाहेज के बीच रो रो फेरी, सौराष्ट्र व कच्छ तक नर्मदा का पानी पहुंचाने का काम किया है। कांग्रेस के जमाने में शाम को खाने के वक्त बिजली नहीं मिलती थी नरेन्द्र मोदी ने गुजरात में 24 घंटे बिजली की सुविधा दी। शाह ने कहा कि वे जीतूभाई के मित्र के रुप में यहां मदद करने आए हैं।
उधर कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि भाजपा ने खुद यह चुनाव नर्मदा व ओबीसी के मुद्दे पर लडने की बात कर जातिवाद फैलाने का काम किया है। राहुल गांधी को गुजरात में जनता का समर्थन मिल रहा है जो भाजपा से सहन नहीं हो रहा है। गुजरात में जो विकास हुआ है उसमें केन्द्र की तत्कालीन मनमोहन सरकार का पूर्ण योगदान है।
झांसी की रानी के अंदाज में संगीता
प्रथम चरण के लिए प्रदेश की राजनीति के कई दिग्गजों ने नामांकन भरा, लिंबायत से भाजपा विधायक संगीता पाटिल फिर मैदान में हैं उन्होंने झांसी की रानी के अंदाज में केसरिया साडी व साफा हाथ में तलवार लेकर घोडे पर सवार होकर पर्चा दाखिल करने पहुंची। महाराष्ट्र से डेढ सौ ढोल व ताशे वाले बुलाए गए, जिनकी रणभेरी वाली धुनों के बीच वे नामांकन को रवाना हुई लेकिन ढोल ताशों की मंजूरी नहीं होने से पुलिस ने उन्हें बंद करा दिया।
भाजपा अध्यक्ष जीतू वाघाणी के अलावा राज्य के जलापूर्ति मंत्री बाबू भाई बोखीरिया ने पोरबंदर में नामांकन किया, पर्यटन मंत्री जयेश रादडिया, जामनगर में भाजपाा के पूर्व अध्यक्ष आर सी फलदू, सूरत की मजूरा सीट से हर्ष संघवी, भावनगर ग्रामीण से राज्य केबिनेट के मंत्री पुरुषोत्तम सोलंकी ने पर्चा भरा। पोरबंदर से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने फॉर्म भरा।
उधर मांडवी से कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता शक्तिसिंह गोहिल आदि ने पर्चे भरे। कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व मंत्री बाबूमेघजी शाह ने भुज की रापर सीट से एनसीपी के टिकट पर पर्चा भरा। मंगलवार तक 19 जिलों की 89 सीटों के लिए 488 फॉर्म भरे गए। बुधवार को नामांकन की जांच होगी, नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 24 नवंबर है।
यह भी पढ़ें: भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा- श्रीराम को धर्म में बांधना ठीक नहीं, वह सबके हैं