LIVE: पूर्वोत्तर में भगवा लहर, त्रिपुरा में ढहा लेफ्ट का किला
देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब भाजपा ने लेफ्ट की मजबूत पकड़ वाले राज्य में उसे सत्ता से बाहर कर दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। पूर्वोत्तर के तीन राज्यों आए चुनावी नतीजों ने देश के सियासी नक्शे को बदल दिया। त्रिपुरा में बीते 25 साल से लगातार सरकार चला रहे लेफ्ट के किले को भाजपा ने ढहा दिया। देश में ऐसा पहली बार हुआ है जब भाजपा ने लेफ्ट की मजबूत पकड़ वाले राज्य में उसे सत्ता से बाहर कर दिया।
शुरुआती रुझानों में त्रिपुरा में लेफ्ट और भाजपा गठबंधन के बीच कांटे की टक्कर नजर आई। लेकिन बाद में भाजपा गठबंधन बहुमत के आंकड़े को पार कर गया। वहीं, नगालैंड-मेघालय में भी सरकार बनाने के समीकरण भाजपा के ही पक्ष में नजर आ रहे हैं।
भाजपा के इस प्रदर्शन को लेकर पूर्वोत्तर के प्रभारी राम माधव ने इसे एतिहासिक जीत करार दिया है। वहीं रुझानों को देखते हुए भाजपा समर्थकों में खुशी की लहर दौड़ गई है और जश्न का दौर शुरू हो गया है।
त्रिपुरा में भाजपा, लेफ्ट के 25 साल के शासन को पछाड़ते हुए 59 में से 40 सीटों पर बढ़त के साथ बहुमत पाते हुए दिख रही है वहीं सत्ताधारी पार्टी लेफ्ट महज 19 सीटों पर बढ़त बनाए हुए हैं। वहीं नगालैंड में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। अब तक आए रुझानों में भाजपा और एनडीपीपी गठबंधन 60 में से 29 सीटों पर आगे है वहीं एनपीएफ 26 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। कांग्रेस यह महज 1 सीट पर आगे दिख रही है।हालांकि, मेघालय में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है और उसकने 21 सीटों पर बढ़त बनाई है जबकि एनपीपी 17 सीटों पर आगे हैं। इसके अलावा अन्य को 15 सीटें मिलती दिख रहीं है जबकि भाजपा 6 सीटों पर ही आगे है।
त्रिपुरा में जहां इस बार 91 प्रतिशत मतदान हुआ है। मेघालय और नागालैंड में क्रमश: 67 और 75 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। 60 सदस्यीय मेघालय विधानसभा की 59 सीटों के मतदान हुआ है। यहां 372 उम्मीदवार मैदान में हैं। नागालैंड में 60 सदस्यीय विधानसभा में 59 सीटों के लिए हुए चुनाव में 193 उम्मीदवार और त्रिपुरा के 60 विधानसभा सीट के लिए हुए चुनाव में 292 उम्मीदवार मैदान में है।