Delhi Assembly Election 2020: घंटों कतार में लग डाला वोट, शाम को धरने पर पहुंचे लोग
शाहीन बाग के ठोकर नंबर आठ बटला हाउस व अबुल फजल एंक्लेव के निगम स्कूल में बने मतदान केंद्रों पर सुबह छह बजे से ही मतदाता उमड़ने लगे थे।
अरविंद कुमार द्विवेदी, नई दिल्ली। करीब दो माह से पूरे देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) व एनआरसी के विरोध में आंदोलन का केंद्र बने शाहीन बाग के लोगों ने शुक्रवार को विधानसभा चुनाव में जमकर मतदान किया। शाहीन बाग पर देश-दुनिया की नजर रही। हर कोई यहां के मतदाताओं का रुख देखना चाहता था। मतदान केंद्रों के बाहर वोटरों की लंबी कतारें लगी थीं।
ओखला विधानसभा क्षेत्र के शाहीन बाग, जामिया नगर, बटला हाउस, ओखला गांव, अबुल फजल एंक्लेव, जाकिर नगर, नूर नगर, जोगाबाई, जोगाबाई एक्सटेंशन, गफ्फार मंजिल आदि के मतदान केंद्रों पर भीड़ के कारण पैर रखने की जगह नहीं थी। तैमूर नगर गांव व खिजराबाद गांव में भी वोटरों ने जमकर मतदान किया। इसके बाद शाम को शाहीन बाग के धरनास्थल पर लोग पहुंचे और पहले की तरह विरोध-प्रदर्शन किया।
तंग गलियों में वोटरों का हुजूम
शाहीन बाग के ठोकर नंबर आठ, बटला हाउस व अबुल फजल एंक्लेव के निगम स्कूल में बने मतदान केंद्रों पर सुबह छह बजे से ही मतदाता उमड़ने लगे थे। गलियों तक में लंबी लाइनें गई थीं। पूरे इलाके में पुलिस व अर्धसैनिक बलों के जवान तैनात थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि दिल्ली के किसी भी चुनाव में उन्होंने इतनी जबरदस्त वो¨टग पहले कभी नहीं देखी थी।
बारी-बारी वोट डालने आए लोग
जामिया नगर व शाहीन बाग में सुबह पुरुष मतदाता बड़ी संख्या में वोट देने पहुंचे। दोपहर होते-होते महिलाओं की संख्या भी बढ़ने लगी। शाहीन बाग पब्लिक स्कूल, शाहीन बाग ठोकर नंबर-8, ओखला स्कूल, एसडीएमसी बालिका स्कूल आदि पर सुबह करीब आधा किमी लंबी लाइन लग गई। वहीं, दोपहर होते-होते महिलाएं भी वोट देने के लिए पहुंचने लगीं तो ये कतारें और बढ़ती गई। दरअसल, सुबह पुरुषों की भीड़ ज्यादा थी इसलिए महिलाओं ने इंतजार किया, लेकिन भीड़ कम न होते देख वह भी कतार में लग गईं।
चलने तक नहीं थी जगह
बटला हाउस की गलियों में चलने की जगह नहीं मिल पा रही थी। पुलिस को अनाउंसमेंट कराना पड़ा कि जो लोग वोट डाल चुके हैं, वे अपने घरों को लौट जाएं। इसके बावजूद लोगों की भीड़ कम नहीं हो रही थी। वोटरों का हुजूम मतदान केंद्रों की ओर बढ़ रहा था जिससे रास्ते जाम हो गए। लोग ई-रिक्शा, बाइक आदि से भी वोट देने पहुंचे।