Delhi Election 2020 : दिल्ली की इन 10 सीटें पर सबकी है नजर, पूर्वांचली मतदाताओं के हाथ होगी हार-जीत की बागडोर
Delhi Election 2020 यह दिल्ली का नॉर्थ वेस्ट का इलाका है। आइए जानते हैं उन 10 सीटों के बारे में जहां ग्रामीणों का या पूर्वांचली मतदाताओं का दबदबा है।
नई दिल्ली, जागरण स्पेशल। Delhi Election 2020 दिल्ली विधानसभा की 70 सीटों में करीब 10 सीटों पर पूर्वांचली मतदाताओं का या फिर ग्रामीण मतदाताओं का प्रभाव है। यह दिल्ली का नॉर्थ वेस्ट का इलाका है। आइए जानते हैं उन 10 सीटों के बारे में जहां ग्रामीणों का या पूर्वांचली मतदाताओं का दबदबा है।
बादली विधानसभा क्षेत्र
इस विधानसभा क्षेत्र में पूर्वांचली मतदाताओं का दबदबा है। इस सीट पर कांग्रेस ने देवेंद्र यादव को चुनाव मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी ने अजेश यादव को दोबारा से इस सीट पर अपना प्रत्याशी बनाया है। 2015 में आप उम्मीदवार अजेश यादव यहां से विजयी हुए थे। भाजपा ने पूर्व डिप्टी मेयर रहे विजय भगत को उपना उम्मीदवार बनाया है। विजय भगत पूर्वांचली चेहरे के रूप में जाने जाते हैं। यहां मुकाबला काफी दिलचस्प है।
किराड़ी विधानसभा सीट
इस सीट पर पूर्वांचली मतदाताओं का दबदबा है। हार जीत में उनकी अहम भूमिका होगी। यही वजह है तीनों प्रमुख दलों ने पूर्वांचली चेहरे को अपना उम्मीदवार बनाया है। आप ने ऋतुराज झा को अपना प्रत्याशी बनाया है। 2015 के चुनाव में भी वह आप के उम्मीदवार थे। भाजपा ने पूर्व विधायक अनिल झा को मैदान में उतारा है। यहां कांग्रेस और आरजेडी का गठबंधन है। आरजेडी ने यहां से रियाजुद्दीन को अपना उम्मीदवार बनाया है।
नरेला विधानसभा सीट
इस सीट पर ग्रामीण मतदाताओं का दबदबा है। आप ने इस सीट पर शरद चौहान को अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने सिद्धार्थ कुंडू और भाजपा ने नीलदमन को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। 2015 के चुनाव में आप के शरद चौहान ने भाजपा के नीलदमन को करीब 41 हजार वोटों से परास्त किया था। इस बार इस सीट से भाजपा और आप के बीच कड़ी टक्क्र है। उधर, कांग्रेस इस सीट पर जीत के सारे जतन कर रही है।
मुंडका विधानसभा सीट
इस सीट पर आप ने धर्मपाल लाकड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है। हालांकि 2015 में यहां से आप के विधायक सुखवीर सिंह दलाल का टिकट काट कर लाकड़ा को अपना उम्मीदवार बनाया है। भाजपा ने मास्टर आजाद पर अपनी आस्था जताते हुए उन्हें अपना प्रत्याशी घोषित किया है। 2015 में भी वह भाजपा के उम्मीदवार थे।
सुल्तानपुर माजरा विधानसभा सीट
वर्ष 2015 में आप के उम्मीदवार संदीप ने कांग्रेस प्रत्याशी जयकिशन को परास्त किया था। लेकिन इस बार आप ने संदीप की जगह मुकेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है। उनका मुकाबला भाजपा के रामचंद्र चावडि़या और कांग्रेस के जयकिशन से है। इस सीट को कांग्रेस का गढ़ माना जाता रहा है। इस सीट पर हैट्रिक लगा चुके कांग्रेस के जयकिशन एक बार फिर चुनावी मैदान में हैं।
रिठाला विधानसभा क्षेत्र
रिठाला सीट पर भाजपा और आप के बीच कांटे की टक्कर है। आप ने मोहिंदर गोयल को दोबारा चुनावी मैदान में उतारा है। उनका मुकाबला भाजपा के मनीष चौधरी और कांग्रेस के प्रदीप कुमार पांडेय से है। इस बार कांग्रेस और भाजपा ने नए उम्मीदवार उतारे हैं।
मंगाेलपुरी विधानसभा क्षेत्र
यह दो गांव और सबसे अधिक क्लस्टर कॉलोनियों का क्षेत्र है। यह एक आरक्षित सीट है। आप ने इस सीट पर राखी बिरला को उम्मीदवार बनाया है। वह दिल्ली सरकार में पूर्व डिप्टी स्पीकर रह चुकीं हैं। उधर कांग्रेस ने अपने लोकसभा उम्मीदवार राजेश लिलोठिया को चुनावी मैदान में उतारा है। लिलोठिया नगर के पूर्व विधायक रह चुके हैं। भाजपा ने करम सिंह कर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है। करम सिंह कर्मा को यहां एक समाजसेवी की छवि है।
नांगलोई जाट विधानसभा क्षेत्र
2015 के चुनाव में इस सीट पर आप ने कब्जा किया था। आप के उम्मीदवार रघुविंद्र शौकीन ने भाजपा के उम्मीदवार मनोज कुमार शौकीन को परास्त किया था। इस बार भाजपा ने सुमन लता को अपना उम्मीदवार बनाया था। आप ने रघुविंद्र को अपना प्रत्याशी बनाया है।