Delhi Assembly Election 2020: कांग्रेस के इस बड़े दांव से लगेगा कई संभावित उम्मीदवारों को झटका
Delhi Assembly Election 2020 भाजपा AAP के बाद कांग्रेस की रणनीति में तेजी आती दिखाई दे रही है। उम्मीदवारों के चयन को लेकर कमेटियां भी गठित कर दी हैं।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi Assembly Election 2020: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 के कभी भी मतदान की तारीखों का ऐलान हो सकते हैं। इसके मद्देनजर भाजपा, AAP के बाद कांग्रेस की रणनीति में तेजी आती दिखाई दे रही है। उम्मीदवारों के चयन को लेकर कमेटियां भी गठित कर दी हैं।
सिफारिश और दबाव में टिकट नहीं देगी कांग्रेस
आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उन्हीं उम्मीदवारों को टिकट देगी, जिनमें जीतने का दम होगा। सिफारिश और दबाव में पार्टी किसी पर दांव लगाने के मूड में नहीं है। उम्मीदवारों की पहली सूची भी अगले 10-12 दिनों में घोषित होने की संभावना है।
प्रदेश कांग्रेस ने दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के चयन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ज्यादातर जिला अध्यक्षों ने अपने अधीन आने वाली 5-5 सीटों के लिए 3-3 संभावित नाम प्रदेश अध्यक्ष को सौंप दिए हैं। बड़ी संख्या में दावेदारों ने अपने आवेदन भी जमा कराए हैं। इसके अलावा पार्टी हर विधानसभा क्षेत्र में सर्वे भी करा रही है, जिसकी रिपोर्ट दो से तीन दिन में आ जाएगी।
प्रदेश कांग्रेस के आला पदाधिकारियों का मानना है कि इस बार दिल्ली में त्रिकोणीय मुकाबला होना है। बहुत सी सीटों पर तो कांटे की टक्कर हो सकती है। इसलिए हर सीट पर सोच समझकर ही उम्मीदवार तय किया जाएगा। किसी भी सीट के उम्मीदवार का नाम बंद कमरे में नहीं बल्कि चुनाव समिति की बैठक में सर्वसम्मति से तय किया जाएगा।
बताया जाता है कि पूर्व सांसद और पूर्व विधायक अगर चुनाव लड़ने में रुचि दिखाएंगे तो उन्हें भी प्राथमिकता दी जाएगी और अगर उनके बच्चे क्षेत्र में सक्रिय होंगे तो उनके नाम पर भी विचार किया जाएगा। इसके अलावा महिला, युवा और सभी फ्रंटल संगठनों से भी जिताऊ उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा।
सुभाष चोपड़ा (अध्यक्ष, दिल्ली कांग्रेस) के मुताबिक, प्रदेश की ओर से जल्द ही 20-25 संभावित उम्मीदवारों की सूची एआइसीसी की स्क्रीनिंग कमेटी को भेज दी जाएगी। एआइसीसी की मंजूरी मिलते ही कोशिश है कि जनवरी के दूसरे सप्ताह में पहली सूची जारी भी कर दी जाए।
कांग्रेस ने किया भाजपा-AAP के खिलाफ प्रदर्शन
बेरोजगारी व नागरिकता संशोधन कानून समेत अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा व आम आदमी पाटी के खिलाफ मंगलवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा के नेतृत्व में कनॉट प्लेस में प्रदर्शन करते हुए सामूहिक उपवास किया। लेकिन, अनुमति नहीं मिलने के कारण पुलिस ने सुभाष चोपड़ा, प्रभारी पीसी चाको, पूर्व विधायक मुकेश शर्मा, डॉ. नरेंद्र नाथ, मंगतराम सिंघल, डॉ. किरण वालिया सहित अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में ले लिया। इस बीच कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच हल्की नोकझोंक भी हुई।
सुभाष चोपड़ा ने कहा कि देश के साथ-साथ राजधानी भी सांप्रदायिकता की आग में जल रही है। दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों व झुग्गी झोपड़ी वालों के साथ भाजपा व आप पार्टी ने बड़ा धोखा करके उनसे जबरदस्ती लाखों रुपये वसूलने की नीयत से मालिकाना हक देने का जन विरोधी फैसला किया है। चाको ने आर्थिक मंदी का जिक्र करते हुए कहा कि वर्तमान में जीडीपी की दर न केवल लगातार गिर रही है, बल्कि नोटबंदी जैसे फैसलों के बाद देश व दिल्ली में बेरोजगारी बढ़ी है।