Delhi Assembly Election 2020: सियासत की सर्जरी के लिए बेताब हैं कई डॉक्टर, मांग रहे टिकट
विधानसभा चुनाव में भी यमुना पार से ही पांच नए चिकित्सक सियासत की सर्जरी करने के लिए बेताब हैं जबकि दो पुराने धुरंधर भी ताल ठोक रहे हैं।
नई दिल्ली [स्वदेश कुमार]। शोहरत की सीढ़ियां चढ़ने के साथ ही राजनीति में किस्मत आजमाने का चस्का हर वर्ग के लोगों को लग ही जाता है। इसमें अफसर से लेकर अभिनेता और क्रिकेटर से लेकर चिकित्सक तक सभी शामिल हैं। इस बार के विधानसभा चुनाव में भी यमुना पार से ही पांच नए चिकित्सक सियासत की सर्जरी करने के लिए बेताब हैं, जबकि दो पुराने धुरंधर भी ताल ठोक रहे हैं।
2013 से पहले कृष्णानगर से डॉ. हर्षवर्धन, लक्ष्मीनगर से डॉ. एके वालिया और शाहदरा से डॉ. नरेंद्र नाथ विधायक चुने गए थे। लेकिन इस बार चिकित्सकों की कतार लंबी हो गई। डॉ. एके वालिया कृष्णानगर से टिकट की ताक में हैं तो डॉ. नरेंद्र नाथ शाहदरा सीट से ही किस्मत आजमाने की तैयारी में हैं।
भाजपा से पांच नए चेहरे कर रहे दावा, कांग्रेस के भी दो ने मांगी टिकट
दिल्ली विधानसभा में एक समय यमुनापार के तीन चिकित्सक पहुंचे थे। इनमें डॉ. हर्षवर्धन अब केंद्र में मंत्री बन चुके हैं। उनके साथ बैठने वाले कांग्रेस के डॉ. एके वालिया और डॉ. नरेंद्र नाथ इस बार भी विधानसभा चुनाव के मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। वहीं डॉ. हर्षवर्धन की विरासत संभालने के लिए दो डॉक्टर भी कृष्णानगर से ही जद्दोजहद कर रहे हैं। दोनों मजबूती से अपनी दावेदारी भी पेश कर रहे हैं।
इनमें डॉ. वीके मोंगा और डॉ. अनिल गोयल शामिल हैं। डॉ. वीके मोंगा पहले भाजपा में थे, लेकिन कांग्रेस से शामिल हो गए और 2013 में कृष्णानगर सीट पर कांग्रेस की तरफ से डॉ. हर्षवर्धन के सामने चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें शिकस्त हासिल हुई। इसके बाद वह भाजपा में आ गए और चिकित्सा प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक बन गए। अब वह भाजपा से ही इसी सीट से दावेदारी कर रहे हैं।
ये डॉक्टर भी मांग रहे टिकट
वहीं डॉ. अनिल गोयल वरिष्ठ यूरोलोजिस्ट हैं। कृष्णानगर में कई सालों से स्वास्थ्य सेवा से जुड़े हुए हैं। फिलहाल वह भाजपा के चिकित्सा प्रकोष्ठ के सहप्रभारी हैं। उन्होंने भी कृष्णानगर सीट पर अपनी दावेदारी की है। इन दोनों के अलावा घोंडा सीट पर भी भाजपा से पहली बार दो-दो चिकित्सक मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। यहां दावेदारी कर रहे डॉ. यूके चौधरी दंत रोग विशेषज्ञ हैं।
पिछले पांच-छह सालों से वह राजनीति में सक्रिय हैं। फिलहाल वह भाजपा के अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष हैं। इनके अलावा डॉ. वंदना वशिष्ठ महिला रोग विशेषज्ञ हैं। वह भाजपा चिकित्सा प्रकोष्ठ से जुड़ी हुई हैं। वह भी टिकट के लिए दौड़ लगा रही हैं। वहीं रोहताश नगर में अप्रत्याशित तौर पर डॉ. हरीश गुप्ता का भी नाम दावेदारों में शुमार हो रहा है। डॉ. हरीश गुप्ता सर्जन हैं और राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के सदस्य होने के साथ-साथ स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राष्ट्रीय कार्यकारिणी के मनोनीत सदस्य भी हैं। इनके अलावा वह स्थानीय मार्केट और आरडब्ल्यूए से भी जुड़े हुए हैं।