Delhi Election 2020: AAP को शाहदरा सीट बरकरार रखने की चुनौती, रामनिवास गोयल है उम्मीदवार
रामनिवास गोयल आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं। वह दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने मात्र दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ा है और दोनों ही बार जीत हासिल की
सुधीर कुमार, पूर्वी दिल्ली। रामनिवास गोयल आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेताओं में शुमार हैं। वह दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष भी हैं। उन्होंने मात्र दो बार विधानसभा का चुनाव लड़ा है और दोनों ही बार जीत हासिल की है। यह अलग बात है कि दोनों ही बार उन्होंने अलग-अलग पार्टी से चुनाव लड़ा व जीत दर्ज की। इस बार यह पहला मौका है जब वह लगातार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें भाजपा से चुनौती मिल रही है अब तक उन्हें कांग्रेस और अकाली उम्मीदवार से चुनौती मिली थी।
रामनिवास गोयल पहले भाजपा के प्रमुख नेताओं में शामिल थे। वह 1993 में पहली बार शाहदरा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़े थे और जीत दर्ज की थी, लेकिन इसके बाद पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया। लेकिन, वह पार्टी में सक्रिय रहे और जिलाध्यक्ष से लेकर कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभालीं।
22 वर्षो बाद चुनाव लड़े
पार्टी के कुछ नेताओं की अनबन की वजह से उन्हें दोबारा टिकट नहीं मिल सका। इस अनदेखी की वजह से उन्होंने अंत में भाजपा छोड़ दी और आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। 22 वर्षो बाद उन्होंने फिर से विधायकी का चुनाव लड़ा और फिर जीत हासिल की।
संजय गोयल को भाजपा ने मैदान में उतारा
शाहदरा सीट पिछले तीन चुनाव से अकाली खाते में जा रही थी, लेकिन इस बार यह भाजपा के खाते में आई है और पूर्वी दिल्ली के उपमहापौर संजय गोयल को पार्टी ने मैदान में उतारा है। इस सीट के तीन वार्डो में भाजपा के पार्षद काबिज हैं, एक वार्ड विवेक विहार है, जहां से संजय गोयल पार्षद हैं। चौथे वार्ड पर कांग्रेस का कब्जा है। इस सीट से तीन बार चुनाव जीतने वाले कांग्रेस के डॉ. नरेंद्र नाथ फिर से मैदान में हैं, वह लोगों से यह कहकर वोट मांग रहे हैं कि यह उनका अंतिम चुनाव है।
गोयल अपनी स्थिति सबसे मजबूत मानते हैं
इन सबके बावजूद गोयल अपनी स्थिति सबसे मजबूत मानते हैं। वह पिछले पांच सालों में इलाके में किए गए कार्य और मुख्यमंत्री केजरीवाल द्वारा किए गए कार्यो के आधार पर वोट मांग रहे हैं। वह कहते हैं कि उन्होंने पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति तक सरकार का लाभ पहुंचाया है। जिससे हर वर्ग खुश है। आगामी पांच सालों में इस विधानसभा क्षेत्र की तस्वीर और बदलेगी। पिछले चुनाव में आप के वोट बैंक में 27 फीसद का इजाफा हुआ था। वहीं भाजपा समर्थित अकाली उम्मीदवार के वोट बैंक में तीन प्रतिशत से ज्यादा की कमी आई थी।